टोक्यो ओलंपिक की मेजबानी चाहता है फ्लोरिडा, IOC से की पेशकश
अमेरिकी राज्य फ्लोरिडा के मुख्य वित्तीय अधिकारी (CFO) जिमी पैट्रोनिस ने अंतरराष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC) से ओलंपिक को टोक्यो से स्थान्तरित करने का आग्रह किया है। पैट्रोनिस का कहना है कि अगर जापान ओलंपिक की मेजबानी से पीछे हटने का फैसला करता है तो उनका राज्य मेजबानी करने में खुश होगा। इस बारे में उन्होंने सोमवार को IOC प्रमुख थॉमस बाक को एक पत्र लिखा है। आइए नजर डालते हैं पूरी खबर पर।
फ्लोरिडा में ओलंपिक को स्थान्तरित करने का अभी भी समय- पेट्रोनिस
पेट्रोनिस का कहना है कि फ्लोरिडा ओलंपिक के आयोजन के लिए सही विकल्प होगा। उन्होंने कहा, "आगामी ओलंपिक को टोक्यो से संयुक्त राज्य अमेरिका में और खासकर फ्लोरिडा राज्य में आयोजित करवाने के लिए में यह लिख रहा हूं। हाल ही में आई स्थानीय मीडिया की रिपोर्ट के अनुसार जापान के नेता 2021 के ओलंपिक के आयोजन को लेकर बहुत चिंतित हैं। ऐसी स्थिति में फ्लोरिडा में ओलंपिक को स्थान्तरित करने का अभी भी समय है।"
इस समय कोरोना से जूझ रहा है फ्लोरिडा
दिलचस्प बात यह है कि फ्लोरिडा की वर्तमान स्थिति को देखते हुए पेट्रोनिस के दावे हल्के नजर आते हैं। बता दें फ्लोरिडा खुद इस समय कोरोना से जूझ रहा है और अब तक यहां 25,000 से अधिक मौतें दर्ज की गई हैं जबकि संयुक्त राज्य अमेरिका की कुल मृत्यु 4,30,000 से अधिक है। हालांकि, पैट्रोनिस ने आश्वासन दिया है कि ओलंपिक की मेजबानी को ध्यान में रखते हुए उनका राज्य सभी आवश्यक सावधानी बरतेगा।
ओलंपिक तय समय पर होंगे- थॉमस बाक
जापानी प्रधानमंत्री योशीहिदे सुगा ने पिछले हफ्ते ये उम्मीद जताई कि ओलंपिक तय समय पर होंगे और इससे दुनिया को महामारी के बीच साहस मिलेगा। वहीं थॉमस बाक ने एक इंटरव्यू में स्पष्ट किया कि ओलंपिक इस साल ही होंगे। हाल ही में बाक ने क्योदो न्यूज से कहा, "हम इस स्थिति में पहुंच चुके हैं कि हमारे पास 23 जुलाई से शुरू होने वाले ओलंपिक के आयोजन को न कहने का कोई कारण नहीं है।"
इतिहास का सबसे महंगा ओलंपिक हो सकता है टोक्यो
कोरोना के कारण ओलंपिक के स्थगित होने के बाद से इसका आयोजन पहले से महंगा हुआ है। द इकोनॉमिक टाइम्स के रिपोर्ट के मुताबिक टोक्यो ओलंपिक का बजट दिसंबर तक 1.64 ट्रिलियन येन (15.8 बिलियन डालर) निर्धारित किया गया था। ऐसे में यह इतिहास का सबसे महंगा ओलंपिक हो सकता है। अगर कोरोना के कारण ओलंपिक का आयोजन सम्भव नहीं हो पाएगा तो इसका जबरदस्त आर्थिक प्रभाव पड़ना निश्चित है।