IPL 2020: इस सीजन इन पांच बड़े भारतीय बल्लेबाजों ने किया निराश
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें सीजन में युवा खिलाड़ियों का जलवा रहा और कई बड़े नाम फीके नजर आए।
इस सीजन केएल राहुल और शिखर धवन जैसे बल्लेबाजों ने जहां खूब रन बनाए तो वहीं कई बड़े दिग्गज भारतीय बल्लेबाजों के बल्ले से रन नहीं निकले और पूरे सीजन उनका सघर्ष जारी रहा।
एक नजर डालते हैं इस सीजन फ्लॉप रहने वाले पांच बड़े भारतीय बल्लेबाजों पर।
एमएस धोनी
खामोश रहा माही का बल्ला
CSK के कप्तान एमएस धोनी ने 14 मैचों की 12 पारियों में केवल 200 रन बनाए जो एक सीजन में उनके द्वारा बनाए गए सबसे कम रन हैं।
धोनी इस सीजन एक भी अर्धशतक नहीं लगा सके और उनके IPL करियर में ऐसा पहली बार हुआ है।
इस सीजन धोनी काफी संघर्ष करते दिखे और केवल सात छक्के ही लगा सके। एक सीजन में यह धोनी द्वारा लगाए गए सबसे कम छक्के हैं।
रॉबिन उथप्पा
इस सीजन उथप्पा ने लगातार किया निराश
2014 सीजन के औरेंज कैप विजेता रहे रॉबिन उथप्पा इस सीजन राजस्थान रॉयल्स के लिए फीके साबित हुए।
उथप्पा ने 12 मैचों में 16.33 की औसत के साथ 196 रन बनाए और उनका स्ट्राइक रेट 119.51 का रहा।
दूसरे हाफ में ओपनिंग करते हुए उथप्पा ने कुछ उम्मीद दिखाई थी, लेकिन फिर वह निरंतरता कायम रखने में कामयाब नहीं हुए।
मिडिल ऑर्डर में तो उथप्पा बुरी तरह फेल हुए।
पृथ्वी शॉ
लगातार मिले मौकों का फायदा नहीं उठा सके शॉ
शॉ ने सीजन के पहले चार मैचों में दो अर्धशतक लगाकर शानदार शुरुआत की, लेकिन अगले नौ मैचों में उनका सर्वोच्च स्कोर 19 रहा।
इस सीजन वह 13 में से आठ पारियों में वह दहाई का आंकड़ा नहीं छू सके और तीन बार शून्य के स्कोर पर पहले ही ओवर में आउट हुए।
शॉ ने 13 मैचों में दो अर्धशतक सहित 17.53 की औसत के साथ 228 रन बनाए।
दिनेश कार्तिक
कार्तिक के लिए काफी बुरा रहा सीजन
दिनेश कार्तिक के लिए यह सीजन काफी कठिन रहा और उन्होंने बीच सीजन कोलकाता नाइटराइडर्स (KKR) की कप्तानी भी छोड़ दी थी।
इस सीजन कार्तिक ने 14 मैचों में 14.08 की औसत के साथ केवल 169 रन बनाए। कार्तिक ने सीजन का इकलौता अर्धशतक किंग्स इलेवन पंजाब के खिलाफ लगाया था।
पूरे सीजन कार्तिक के बल्लेबाजी क्रम में प्रयोग भी चलते रहे और उन्होंने कभी तीन तो कभी सात नंबर पर बल्लेबाजी की।
केदार जाधव
धीमी स्ट्राइक रेट के साथ आलोचकों के निशाने पर रहे जाधव
CSK ने केदार जाधव को आठ मैचों में मौका दिया जिसमें पांच बार उनकी बल्लेबाजी आई।
इन पांच पारियों में जाधव 93.93 की स्ट्राइक रेट के साथ केवल 62 रन ही बना सके।
इस सीजन 66 गेंदों का सामना करने वाले जाधव केवल सात चौके ही लगा सके जबकि उनकी बल्लेबाजी अंत के समय ही आई।
KKR के खिलाफ 12 गेंदों में सात और SRH के खिलाफ 10 गेंदों में तीन रन बनाने के लिए उनकी खूब आलोचना हुई थी।