दलीप ट्रॉफी, फाइनल: साउथ जोन की पहली पारी में कमजोर शुरुआत, ऐसा रहा पहला दिन
दलीप ट्रॉफी 2023 का फाइनल मुकाबला बुधवार से वेस्ट जोन और साउथ जोन के बीच बेंगलुरु के एम चिन्नास्वामी स्टेडियम में खेला जा रहा है। इसमें साउथ जोन टीम टॉस हारकर पहले बल्लेबाजी करने मैदान में उतरी। पहले दिन स्टंप के समय टीम ने अपनी पहली पारी में 7 विकेट खोकर 182 रन बना लिए थे। वाशिंगटन सुंदर 9 और विजयकुमार वैशाक 5 रन बनाकर नाबाद रहे। आइए फाइनल मुकाबले के पहले दिन के खेल पर एक नजर डालते हैं।
पहली पारी में साउथ जोन की कमजोर बल्लेबाजी
साउथ जोन की शुरुआत कुछ खास नहीं रही और उसने अपना पहला विकेट 15 रनों पर ही गंवा दिया। सलामी बल्लेबाज रविकुमार समर्थ 7 रन बनाकर आउट हो गए। 42 के स्कोर पर टीम को मयंक अग्रवाल (28) के रूप में बड़ा झटका लगा। कप्तान हनुमा विहारी और तिलक वर्मा (40) के बीच तीसरे विकेट के लिए 146 गेंदों में 146 रनों की महत्वपूर्ण साझेदारी हुई। इस जोड़ी के टूटते ही टीम लड़खड़ाती रही और नियमित अंतराल में विकेट खोए।
विहारी ने जमाया फर्स्ट क्लास करियर का 46वां अर्धशतक
साउथ जोन के कप्तान विहारी ने मुश्किल वक्त में अर्धशतकीय पारी खेलते हुए टीम टीम के लिए महत्वपूर्ण रन जोड़े। 29 साल के विहारी के फर्स्ट क्लास करियर का यह 46वां अर्धशतक शतक रहा। उन्होंने पहली पारी में 48.46 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 130 गेंदों में 63 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 9 चौके जमाए। विहारी भारत के लिए टेस्ट क्रिकेट में 16 मैचों में 33.56 की औसत से 839 रन बना चुके हैं।
मयंक के फर्स्ट क्लास करियर के 7,000 रन पूरे
दाएं हाथ के बल्लेबाज मयंक इस मैच में बड़ी पारी तो नहीं खेल पाए लेकिन उन्होंने खास उपलब्धि अपने नाम की। इस मुकाबले में उन्होंने अपने फर्स्ट क्लास करियर के 7,000 रन पूरे कर लिए। हालांकि, अच्छी लय में होने के बावजूद वह बड़ी पारी नहीं खेल पाए। उन्होंने पहली पारी में 59.57 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 47 गेंदों में 28 रन बनाए। इस पारी में उन्होंने 6 चौके भी जमाए।
वेस्ट जोन के गेंदबाजों का ऐसा रहा प्रदर्शन
वेस्ट जोन के गेंदबाजों ने बल्लेबाजों पर लगातार दबाव बनाते हुए उन्हें खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। पहली पारी में अरजान नागवासवल्ला ने 15 ओवर में 45 रन देकर 2 विकेट अपनी झोली में डाले। इसके अलावा शम्स मुलानी ने 5 ओवर में केवल 19 रन खर्च करते हुए 2 बल्लेबाजों को अपना शिकार बनाया। चिंतन गाजा ने सबसे अधिक 16 फेंके और इस दौरान 27 रन देकर 2 विकेट लिए। उन्होंने 7 ओवर मेडन भी फेंके।