शॉ ने किया खुलासा, डोपिंग बैन के दौरान इस तरह द्रविड़ ने की उनकी मदद
क्या है खबर?
युवा भारतीय बल्लेबाज पृथ्वी शॉ के पिछले कुछ महीने मुश्किल भरे रहे हैं।
फिलहाल मुंबई के लिए शैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी खेल रहे शॉ पर जुलाई में डोपिंग बैन लगाया गया था।
हालांकि, शॉ ने जानबूझकर ऐसा नहीं किया था और एक कफ सीरप की वजह से उन्हें यह बैन झेलना पड़ा।
अब शॉ ने खुलासा किया है कि किस तरह मुश्किल के समय में राहुल द्रविड़ ने उनकी मदद की थी।
बयान
मेंटल और फिजिकल दोनों मुद्दों पर द्रविड़ सर साथ थे- शॉ
शॉ ने बताया कि राहुल द्रविड़ ने उन्हें नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में ट्रेनिंग के लिए बुलाया था।
उन्होंने आगे बताया, "NCA में द्रविड़ सर का पूरा फोकस मेरी फिटनेस पर था। मैंने यो-यो टेस्ट समेत फिटनेस के कई टेस्ट पास किए। नेट्स में कुलदीप यादव, भुवनेश्वर कुमार और वरुण आरोन जैसे बढ़िया गेंदबाज भी मौजूद थे।"
शॉ के मुताबिक मानसिक समस्या से निपटने में द्रविड़ ने हमेशा उनका साथ दिया।
समय
काफी मुश्किल थे वो तीन महीने- शॉ
शॉ ने बताया कि जब उन पर बैन लगा था तो शुरु के 15-20 दिन उनके लिए काफी मुश्किल भरे थे।
उन्होंने कहा, "मैं यह समझने की कोशिश कर रहा था कि आखिर यह हुआ कैसे। 15 सितंबर तक मुझे प्रैक्टिस भी करने से रोका गया था तो मैं लंदन चला गया और खुद को रिलैक्स रखने की कोशिश की।"
शॉ ने आगे कहा कि उन्होंने खुद को समझाया, लेकिन फिर भी वे दिन उनके लिए काफी कठिन रहे।
बयान
मुश्किल समय में पिता ने दिया साथ- शॉ
इस बारे में आगे बात करते हुए शॉ ने कहा, "जीवन के मुश्किल समय में मेरे पिता हमेशा मेरे साथ रहे हैं। इस समय में भी वह मेरे साथ रहे जैसा कि अंडर-14 और अंडर-16 के समय रहे थे।"
बैन
इस प्रकार लगा था शॉ पर बैन
फरवरी 2019 में सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में लिए गए शॉ के मूत्र के नमूने में टर्बूटालीन पाया गया था जिसे वाडा द्वारा बैन किया गया है।
जुलाई में शॉ पर आठ महीने का बैन लगाया गया, लेकिन इसे फरवरी से ही जोड़ा गया तो उनका लगभग आधा बैन बीत चुका था।
शॉ ने स्वीकार किया था कि उन्होंने एक कफ सीरप ली थी और उनसे यह गलती अनजाने में हुई।
शॉ का बैन 15 नवंबर को खत्म हुआ था।
वापसी
शॉ ने की है दमदार वापसी
चोट के कारण ऑस्ट्रेलिया दौरे पर जाने के बावजूद सीरीज़ मिस करने और फिर डोपिंग बैन के कारण कुछ सीरीज़ मिस करने वाले शॉ की मैदान पर वापसी धमाकेदार रही है।
शैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 17 नवंबर को मैदान पर वापसी करने के साथ ही शॉ ने आदित्य तारे (82) के साथ पहले विकेट के लिए 138 रनों की साझेदारी कर डाली।
मुंबई के लिए खेल रहे शॉ ने 39 गेेंदों में 63 रनों की धुंआधार पारी खेली।