विश्व कप क्वालीफायर्स 2023: दिमुथ करुणारत्ने ने लगाया अपना पहला वनडे शतक, पूरे किए 1,000 रन
क्या है खबर?
विश्व कप क्वालीफायर्स 2023 के 15वें मैच में श्रीलंका क्रिकेट टीम के सलामी बल्लेबाज दिमुथ करुणारत्ने ने शानदार शतक (103) लगाते हुए अहम उपलब्धि हासिल कर ली है।
उन्होंने क्वींस स्पोर्ट्स क्लब में आयरलैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ खेले जा रहे मैच के दौरान अपने वनडे करियर के 1,000 रन पूरे कर लिए हैं। बता दें कि यह उनके वनडे करियर का पहला शतक है।
आइए उनकी पारी और आंकड़ों पर नजर डालते हैं।
पारी
ऐसी रही करुणारत्ने की पारी
पारी की शुरुआत करने आए करुणारत्ने ने शुरुआत में कुछ धीमी बल्लेबाजी की। उन्होंने पथुम निसांका के साथ मिलकर पहले विकेट के लिए 48 रन की साझेदारी करते हुए टीम को सधी हुई शुरुआत दिलाई।
अच्छी लय में बल्लेबाजी कर रहे करुणारत्ने ने 100 गेंदों में अपने पहले शतक को पूरा किया। उन्होंने 103 गेंदों में 8 चौकों की मदद से 103 रन की पारी खेली।
इस दौरान उन्होंने समरविक्रमा (82) के साथ मिलकर 168 रनों की साझेदारी भी की।
फॉर्म
करुणारत्ने ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखा
विश्व कप क्वालीफायर में करुणारत्ने ने अपना शानदार फॉर्म जारी रखा है। उन्होंने इस प्रतियोगिता के अब तक के शतकवीरों की सूची में अपना नाम दर्ज करवा लिया है।
बता दें कि उन्होंने इस प्रतियोगिता के अपने पहले मैच में UAE क्रिकेट टीम के खिलाफ 52 रनों की पारी खेली थी।
इसके बाद अपने दूसरे मैच में उन्होंने ओमान क्रिकेट टीम के खिलाफ 51 गेंदों में नाबाद 61 रन बनाए थे।
आंकड़े
1,000 वनडे रन वाले श्रीलंका के 35वें बल्लेबाज बने करुणारत्ने
बाएं हाथ के बल्लेबाज करुणारत्ने ने अपने 40वें मैच में 1,000 वनडे रन पूरे किए हैं।
वह इस आंकड़े को छूने वाले श्रीलंका के 35वें खिलाड़ी बने हैं।
इस बीच उन्होंने रनों के मामले में अपने ही देश के ब्रेंडन कुरुप्पु को पीछे छोड़ा है।
बता दें, पूर्व श्रीलंकाई खिलाड़ी कुरुप्पु ने अपने वनडे करियर में 54 मैचों में 20 की औसत के साथ 1,022 रन बनाए हुए थे।
वनडे करियर
कैसा रहा है करुणारत्ने का वनडे करियर?
करुणारत्ने ने अपने करियर में 40 वनडे की 36 पारियों में 34.22 की औसत और 81 की स्ट्राइक रेट से 1,095 रन बनाए हैं।
वह अब तक के करियर में 10 अर्धशतक भी लगा चुके हैं।
उन्होंने 2011 में इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ अपना वनडे डेब्यू किया था।
वह वनडे टीम के नियमित सदस्य नहीं रह पाए हैं और यही कारण है कि इतने लम्बे अंतरराष्ट्रीय करियर के बीच उन्होंने सिर्फ 40 वनडे खेले हैं।