अमित मिश्रा का छलका दर्द, कहा- मैं जिसका हकदार था, मुझे वो नहीं मिला
भारतीय लेग स्पिनर अमित मिश्रा का क्रिकेटिंग करियर काफी लंबा रहा है, लेकिन इंटरनेशनल क्रिकेट में उन्हें बेहद कम मौके मिले हैं। मिश्रा लगातार घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं और अपनी स्किल का प्रदर्शन करते आ रहे हैं। अपने करियर के बारे में मिश्रा का कहना है कि उन्हें वो चीजें नहीं मिली जिसके वह हकदार थे, लेकिन अब उन्होंने इस बारे में सोचना छोड़ दिया है।
केवल काम पर लगाता हूं ध्यान- मिश्रा
टाइम्स ऑफ इंडिया के मुताबिक सनराइजर्स हैदराबाद के खिलाफ मैच से पहले ऑनलाइन प्रेस में मिश्रा ने कहा, "मुझे नहीं पता कि मैं अंडररेटेड हूं या नहीं। पहले मैं काफी सोचता था, लेकिन अब मैं केवल अपने काम पर ध्यान लगाता हूं।"
वह नहीं मिला जिसका हकदार था- मिश्रा
मिश्रा ने आगे कहा कि उन्हें वह नहीं मिला जिसके वह हकदार हैं, लेकिन फिर भी जो है वह ठीक है। उन्होंने कहा, "लोग जानते हैं कि अमित मिश्रा कौन हैं और मेरे लिए वह काफी है। मुझे अपनी क्रिकेट और गेंदबाजी पर ध्यान लगाना है और मैं केवल यही करता हूं।" भारत के लिए अधिक मैच नहीं खेल पाने का दर्द मिश्रा के चेहरे पर साफ देखा जा सकता था।
2003 में किया डेब्यू, लेकिन नहीं खेल सके ज्यादा इंटरनेशनल मैच
2003 में भारत के लिए अपना डेब्यू करने वाले मिश्रा केवल 22 टेस्ट, 36 वनडे और 10 टी-20 ही खेले हैं। उन्होंने टेस्ट में 76, वनडे में 64 और टी-20 में 16 विकेट चटकाए हैं। मिश्रा ने 2017 में टी-20 मैच के रूप में भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला खेला था। 37 साल के मिश्रा की फिलहाल भारतीय टीम में वापसी की कोई संभावना नजर नहीं आ रही है।
टीम से अंदर-बाहर होते रहे मिश्रा
2003 में वनडे डेब्यू करने वाले मिश्रा ने उस साल तीन मैच खेले और दोबारा वनडे खेलने में उन्हें छह साल का समय लग गया था। 2013 और 2014 में उन्होंने करियर में सबसे अधिक 6-6 वनडे मैच खेले। 2008 से 2011 तक लगातार टेस्ट खेलने वाले मिश्रा दोबारा 2015 में टेस्ट टीम में लौट सके थे। टी-20 में उन्हें 2010 के बाद 2014 फिर 2016 और अंत में 2017 में मौका मिला था।
IPL के दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं मिश्रा
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) में मिश्रा दूसरे सबसे अधिक विकेट लेने वाले गेंदबाज हैं। उन्होंने 148 मैचों में 157 विकेट चटकाए हैं। 17 रन देकर पांच विकेट लेना उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन रहा है। वह लीग में सबसे अधिक विकेट लेने वाले स्पिन गेंदबाज भी हैं। लसिथ मलिंगा ने सबसे अधिक 170 विकेट चटकाए हैं और मिश्रा के पास उन्हें पछाड़कर यह उपलब्धि अपने नाम करने का मौका होगा।