IPL नहीं हुआ तो भी धोनी टी-20 विश्व कप में खेलेंगे- बचपन के कोच
क्या है खबर?
कोरोना वायरस के चलते इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 13वें संस्करण को 29 मार्च से 15 अप्रैल तक के लिए आगे बढ़ा दिया गया है।
लगभग नौ महीनों से भारतीय टीम से बाहर चल रहे पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी इस बार IPL में अच्छा प्रदर्शन करके टीम में वापसी करने की उम्मीद थे।
अब टूर्नामेंट के आयोजन पर ही संकट है, लेकिन धोनी के बचपन के कोच को उम्मीद है कि टूर्नामेंट नहीं हुआ तो भी वह वापसी करेंगे।
बयान
छठी इंद्री कह रही टी-20 विश्व कप खेलेंगे धोनी- केशव रंजन
धोनी के बचपन के कोच केशव रंजन बनर्जी ने PTI से कहा कि वर्तमान समय में IPL के आयोजन पर संकट के बादल काफी गहरे हैं।
उन्होंने आगे कहा, "मेरी छठी इंद्री कह रही है कि धोनी को टी-20 विश्व कप के लिए टीम में जगह मिलेगी जो उनका आखिरी होगा।"
रंजन ने बताया कि उन्होंने धोनी के चेन्नई से वापस आने के बाद उनसे बात की थी और वह उनके माता-पिता के साथ लगातार संपर्क में हैं।
आखिरी मौका
मेरे ख्याल से धोनी को मिलेगा आखिरी मौका- रंजन
रंजन ने आगे कहा कि यह बात सच है कि धोनी ने पिछले साल जुलाई से कोई टूर्नामेंट नहीं खेला, लेकिन उनके जितना अनुभव वाले खिलाड़ी को तालमेल बिठाने में ज़्यादा समय नहीं लगेगा।
उन्होंने आगे कहा, "धोनी के पास 538 इंटरनेशनल मैचों का अनुभव है। मुझे लगता है कि उन्हें आखिरी मौका दिया जाएगा। वह पूरी तरह फिट हैं और उन्होंने चेन्नई में 1-2 हफ्तों की ट्रेनिंग भी की है।"
धोनी
लगभग नौ महीने से भारतीय टीम से बाहर हैं धोनी
धोनी ने भारत के लिए अपना आखिरी मुकाबला पिछले साल जुलाई में विश्व कप 2019 के सेमीफाइनल के रूप में खेला था।
इसके बाद से वह लगातार भारतीय टीम से बाहर हैं। इस साल की शुरुआत में BCCI ने उन्हें सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट वाले खिलाड़ियों की लिस्ट से भी बाहर कर दिया था।
धोनी ने चेन्नई सुपरकिंग्स के साथ IPL की तैयारियां शुरु कर दी थीं, लेकिन कोरोना केे चलते ट्रेनिंग रद्द कर दी गई थी।
IPL का आयोजन
IPL के आयोजन को लेकर अनिश्चितता बरकरार
फिलहाल पूरा भारत 21 दिन के लॉकडाउन पर है जिसकी समाप्ति 14 अप्रैल को होगी। हालात को देखते हुए इसके बाद सरकार आगे का कदम उठाएगी।
15 अप्रैल तक वीजा निलंबित हैं। BCCI के लिए IPL के आयोजन को लेकर निर्णय लेना फिलहाल काफी मुश्किल हो गया है।
लॉकडाउन खत्म होने के बाद भी उन्हें कम से कम 12-14 दिन चाहिए होंगे और फिर सरकार की एडवाइजरी का भी इसमें काफी अहम रोल होगा।