मैक्सवेल के अलावा मानसिक समस्या के कारण क्रिकेट से दूर हुए हैं ये खिलाड़ी
ऑस्ट्रेलिया के दिग्गज खिलाड़ी ग्लेन मैक्सवेल ने मानसिक समस्या के कारण क्रिकेट से ब्रेक लेने का निर्णय लिया है। मैक्सवेल क्रिकेट से कब तक दूर रहेंगे इस बात का सटीक जवाब किसी के पास नहीं है। हालांकि, ऐसा करने वाले मैक्सवेल पहले खिलाड़ी नहीं हैं और उनसे पहले भी कई क्रिकेटर मानसिक समस्या के कारण क्रिकेट से ब्रेक ले चुके हैं। एक नजर ऐसा करने वाले पांच खिलाड़ियों पर।
मानसिक समस्या के चलते भारत दौरे से वापस चले गए थे ट्रेस्कोथिक
इंग्लैंड के पूर्व सलामी बल्लेेबाज मार्कस ट्रेस्कोथिक ने 2006 में भारत आई इंग्लैंड टीम को छोड़ दिया था और वापस इंग्लैंड चले गए थे। उसी साल ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भी ट्रेस्कोथिक ने ऐसा ही किया और फिर खुलासा किया कि वह मानसिक समस्या से जूझ रहे हैं। इसके बाद 2008 में ही उन्होंने इसी समस्या के कारण इंटरनेशनल क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। हालांकि, वह काउंटी क्रिकेट खेलते रहे और हाल ही में उन्होंने क्रिकेट को अलविदा कहा है।
ट्रॉट ने छोड़ दिया था ऑस्ट्रेलिया दौरा
2013 में इंग्लैंड के ही बल्लेबाज जोनाथन ट्रॉट ने ऑस्ट्रेलिया दौरा छोड़ दिया था और वापस आकर खुलासा किया था कि वह काफी तनाव से गुजर रहे हैं। ट्रॉट ने कहा था कि क्रिकेट पिच पर खड़ा होना उन्हें सवालों के घेरे जैसा लगता था और जिस चीज से उन्हें काफी प्यार था वही उनके लिए समस्या बन गई थी। लगभग 18 महीने क्रिकेट से दूर रहने के बाद उन्होंने वेस्टइंडीज के खिलाफ वापसी की थी।
शानदार प्रदर्शन ने दिलाई टीम में जगह, मानसिक समस्या के कारण लिया क्रिकेट से ब्रेक
इसी साल फरवरी में ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज विल पुकोव्स्की को उनके 21वें जन्मदिन से ठीक पहले श्रीलंका के खिलाफ टेस्ट टीम से रिलीज कर दिया गया था। युवा बल्लेबाज विल ने मात्र आठ फर्स्ट-क्लास मैच खेले थे, लेकिन विक्टोरिया के लिए उनकी 243 रनों की पारी ने उन्हें ऑस्ट्रेलियाई टीम में जगह दिलाई थी। हालांकि, मानसिक समस्या के कारण उन्होंने क्रिकेट से ब्रेक लेने का फैसला लिया था।
मनिंदर सिंह भी रहे हैं मानसिक अवसाद के शिकार
पूर्व भारतीय स्पिनर और कमेंटेटर मनिंदर सिंह उन चुनिंदा भारतीय खिलाड़ियों में से एक हैं जिन्होंने मानसिक समस्या से अपनी लड़ाई के बारे में बात की है। 1982 में 17 साल की उम्र में भारत के सबसे युवा टेस्ट प्लेयर बनने वाले सिंह 30 की उम्र में शराब के आदी हो गए थे। संन्यास के बाद एक बार उन्हें कोकीन रखने के लिए गिरफ्तार भी किया गया था।
24 साल की उम्र में ही क्रिकेट से ब्रेक लेने वाला कंगारू गेंदबाज
ऑस्ट्रेलिया के तेज गेंदबाज शॉन टैट ने 24 साल की उम्र में ही क्रिकेट को अस्थायी रूप से छोड़ दिया था और उनका कहना था कि उनका दिमाग क्लियर नहीं है। महान ग्लेन मैक्ग्राथ के उत्तराधिकारी के रूप में देखे जाने वाले टैट का करियर चोटों और निरंतरता की कमी से जूझता रहा। टैट ने ऑस्ट्रेलिया के लिए छोटो फॉर्मेट में वापसी की, लेकिन उनसे जो उम्मीदें थीं उसमें वह खरे नहीं उतर सके।