इन प्रमुख क्रिकेट खिलाड़ियों ने भी टेस्ट क्रिकेट से जल्दी तोड़ लिया था नाता
श्रीलंका क्रिकेट टीम के स्टार ऑलराउंडर वनिंदु हसरंगा मंगलवार को एकाएक टेस्ट क्रिकेट से संन्यास की घोषणा कर सभी को हैरानी में डाल दिया। उनके फैसले को श्रीलंका क्रिकेट के लिए बड़ा झटका माना जा रहा है। वैसे हसरंगा ऐसे अकेले क्रिकेटर नहीं है, उनसे पहले भी ऐसे कई प्रमुख क्रिकेटर रहे हैं जिन्होंने विभिन्न कारणों से जल्दी टेस्ट क्रिकेट छोड़ दिया था। आइए ऐसे क्रिकेटर्स पर नजर डालते हैं जिन्होंने कम उम्र में ही टेस्ट क्रिकेट से दूरी बनाई।
वनिंदु हसरंगा (श्रीलंका)
हसरंगा वर्तमान में सिर्फ 26 साल के हैं। ऐसे में उनका क्रिकेट के सबसे लंबे प्रारूप से दूरी बनाना श्रीलंका क्रिकेट (SLC) के लिहाज से काफी नुकसानदायक साबित हो सकता है। हसरंगा श्रीलंका में लाखों क्रिकेटर्स के रोल मॉडल हैं और ऐसे में कई युवा खिलाड़ी इसी रास्ते पर चल सकते हैं। श्रीलंका के लिए 4 टेस्ट मैचों में हसरंगा ने 100.75 की औसत और 3.59 की इकॉनमी से 4 विकेट लिए। 7 पारियों में उन्होंने 196 रन बनाए।
मोहम्मद आमिर (पाकिस्तान)
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के पूर्व तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर ने साल 2019 में 27 साल की उम्र में ही टेस्ट क्रिकेट से दूरी बना ली थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, आमिर ने बोर्ड की नीतियों से नाराज होकर संन्यास का निर्णय लिया था। आमिर ने पाकिस्तान के लिए 36 टेस्ट मैचों में 2.86 की इकॉनमी और 30.48 की औसत से 119 विकेट लिए थे। 6/44 के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन के साथ उन्होंने 4 बार पारी में 5 विकेट हॉल लिए थे।
5 साल बैन रहे थे आमिर
साल 2010 में आमिर पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप साबित हुए थे। इसके बाद उन पर 5 साल का बैन लगाया गया था। बैन पूरा करने के बाद उन्होंने साल 2015 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी की थी।
एंड्रयू फ्लिंटॉफ (इंग्लैंड)
पूर्व ऑलराउंडर एंड्रयू फ्लिंटॉफ इंग्लैंड के सबसे प्रभावशाली खिलाड़ियों में से एक रहे हैं। मनमौजी स्वभाव के फ्लिंटॉफ ने 30 साल की उम्र में ही क्रिकेट से दूरी बना ली थी। क्रिकेट से संन्यास के बाद उन्होंने बॉक्सिंग में भी हाथ आजमाया और फिर प्रजेंटर भी बने। उन्होंने इंग्लैंड के लिए 79 टेस्ट में 32.79 की औसत और 2.97 की इकॉनमी से 226 विकेट लिए थे। 130 पारियों में उन्होंने 31.78 की औसत से 3,845 रन बनाए थे।
तातेंदा ताइबू (जिम्बाब्वे)
कभी जिम्बाब्वे की बल्लेबाजी लाइनअप का मुख्य आधार रहे तातेंदा ताइबू ने 29 साल की उम्र में ही क्रिकेट को अलविदा कह दिया था। 21 साल की उम्र में ताइबू टेस्ट टीम की कप्तानी करने वाले सबसे कम उम्र के खिलाड़ी बने थे। वह एंडी फ्लावर के बाद जिम्बाब्वे के दूसरे सबसे सफल विकेटकीपर भी थे। ताइबू ने 28 टेस्ट में 30.31 की औसत रेट से 1,546 रन बनाए थे। उन्होंने 1 शतक और 12 अर्धशतक जमाए थे।
आकिब जावेद (पाकिस्तान)
पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज आकिब जावेद ने सिर्फ 26 साल की उम्र में संन्यास ले लिया। इस उम्र तक उन्होंने सिर्फ 22 टेस्ट मैच खेले थे। 16 साल की उम्र में टेस्ट डेब्यू करने वाले जावेद ने 1988 से 1998 के बीच पाकिस्तान का प्रतिनिधित्व किया था। 1990 में उनपर मैच फिक्सिंग के आरोप लगे थे। हालांकि, वह निर्दोष साबित हुए थे। उन्होंने 22 मैचों में 34.70 की औसत और 2.87 की इकॉनमी रेट से 54 विकेट लिए थे।