क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने द्रविड़ की इस पारी को बताया ऑस्ट्रेलिया में खेली गई तीसरी बेस्ट पारी
क्या है खबर?
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया की वेबसाइट ने इस महीने की शुरुआत एक अनोखे काम के साथ की है।
उन्होंने 2000 से लेकर अब तक ऑस्ट्रेलिया की धरती पर खेली गई 20 बेस्ट पारियां चुनने का निर्णय लिया है।
20 नंबर से शुरु हुई यह लिस्ट तीन नंबर तक पहुंच गई है और तीसरे नंबर पर भारतीय दिग्गज राहुल द्रविड़ ने अपना कब्जा जमाया है।
2003 में द्रविड़ द्वारा खेली गई 233 रनों की पारी को इसमें जगह दी गई है।
मैच
पहली पारी में ही ऑस्ट्रेलिया ने बना दिए 556 रन
भारत के ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडिलेड में खेले गए दूसरे टेस्ट मैच में ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 556 रनों का बड़ा स्कोर खड़ा किया।
ऑस्ट्रेलिया के लिए रिकी पोंटिंग ने 242 रनों की शानदार पारी खेली और 508 मिनट तक क्रीज पर डटे रहे।
साइमन कैटिच ने 109 गेंदों में तेज 75 रन बनाए तो वहीं ओपनर जस्टिन लैंगर ने भी 58 रनों की पारी खेली थी।
द्रविड़ और लक्ष्मण
मुश्किल परिस्थिति में एक बार फिर लक्ष्मण के साथ पारी को संभाला
अपनी पहली पारी में भारतीय टीम 85 के स्कोर पर ही चार विकेट गंवा चुकी थी और उन पर पहली पारी में बड़े अंतर से पिछड़ने का खतरा मंडरा रहा था।
हालांकि, द्रविड़ ने वीवीएस लक्ष्मण के साथ मिलकर एक बार फिर ऑस्ट्रेलिया की नाक में दम कर दिया।
दोनों ने पांचवें विकेट के लिए 303 रनों की साझेदारी कर डाली। 94.2 ओवरों चली इस साझेदारी का अंत लक्ष्मण (148) के आउट होने पर हुआ।
द्रविड़ की साहसिक पारी
10 घंटे क्रीज पर रहे, अंतिम विकेट के रूप में हुए आउट
लक्ष्मण के आउट होने पर भारत 168 रनों से पीछे था और द्रविड़ ने पार्थिव पटेल (31) के साथ छठे विकेट के लिए 59 रन जोड़े।
आठवें विकेट के लिए उन्होंने अनिल कुंबले (12) के साथ भी 41 रनों की साझेदारी की।
233 रनों की पारी खेलने वाले द्रविड़ ने 10 घंटे तक बल्लेबाजी की और अंतिम विकेट के रूप में आउट हुए।
द्रविड़ की अदभुत बल्लेबाजी के कारण भारत पहली पारी में केवल 33 रन ही पीछे रहा था।
दूसरी पारी
दूसरी पारी में भी नाबाद रहते हुए भारत को दिलाई जीत
अजीत अगरकर ने ऑस्ट्रेलिया की दूसरी पारी में 41 रन खर्च करके छह विकेट हासिल किए और कंगारू टीम 196 पर सिमट गई।
भारत को मैच जीतने के लिए 231 रनों की जरूरत थी और द्रविड़ ने दूसरी पारी में भी एक छोर संभालकर रखा।
उन्होंने चार घंटे तक क्रीज पर खड़े रहते हुए नाबाद 72 रनों की पारी खेली और चार विकेट शेष रहते भारत को टेस्ट जिताया।