IPL 2021: इस सीजन के लिए क्या हैं रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की मजबूती और कमजोरियां?
क्या है खबर?
इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) के 14वें सीजन के लिए रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर (RCB) ने अपनी तैयारियां शुरु कर दी हैं। विराट कोहली की अगुवाई में इस बार भी टीम अपना पहला खिताब जीतने की पुरजोर कोशिश करेगी।
हर सीजन की तरह इस सीजन के लिए भी RCB ने नीलामी में काफी ज्यादा पैसे खर्च किए हैं।
आइए जानते हैं कि इस सीजन क्या हैं RCB की मजबूती और कमजोरियां।
बल्लेबाज
हर बार की तरह इस बार भी बल्लेबाजी है टीम की मजबूती
विराट कोहली और एबी डिविलियर्स की मौजूदगी में RCB की बल्लेबाजी हर साल विस्फोटक रही है। दुनिया के दो सबसे बेहतरीन बल्लेबाजों की मौजूदगी किसी भी गेंदबाजी आक्रमण के लिए सिरदर्द बन सकती है।
युवा देवदत्त पड़िकल ने भी लगातार अच्छी निरंतरता दिखाई और इस बार भी उनसे काफी उम्मीदे होंगी। फिन ऐलन को लेकर भी काफी उत्सुकता जाहिर की जा रही है।
हालांकि, टीम में अच्छे भारतीय बल्लेबाजों की गैरमौजूदगी जरूर चिंता का विषय रहेगा।
स्पिन गेंदबाजी
अच्छे स्पिनर्स की कमी बन सकती है समस्या
RCB के पास एडम जैंपा और युजवेंद्र चहल के रूप में दो लेग-स्पिनर्स हैं। लेग-स्पिनर्स छोटे फॉर्मेट में विकेट लेने वाले गेंदबाज तो रहते हैं, लेकिन उनके खिलाफ बल्लेबाज तेजी से रन भी बटोरते हैं। इसके अलावा जैंपा को सभी 14 मैचों में उतारने के लिए टीम को एक विदेशी खिलाड़ी के साथ समझौता करना पड़ेगा।
वाशिंग्टन सुंदर एक अन्य विकल्प हैं, लेकिन वह विकेट निकालने में सक्षम नहीं रहते हैं। सुंदर अच्छी इकॉनमी के लिए मशहूर हैं।
ऑलराउंडर
ऑलराउंडर्स की लिस्ट में है धाकड़ खिलाड़ियों का बोलबाला
RCB ने इस सीजन ऑलराउंडर्स को खरीदने पर काफी ध्यान दिया है और टीम में कई धाकड़ ऑलराउंडर्स मौजूद हैं। ग्लेन मैक्सवेल और काइल जैमिसन टीम के दो सबसे बेहतरीन ऑलराउंडर हैं और इनसे टीम को काफी उम्मीद होगी।
इसके अलावा डेनिएल क्रिस्चियन, डेनिएल सैम्स, शाहबाज अहमद और हर्षल पटेल की मौजूदगी ऑलराउंडर्स की इस लिस्ट को और भी मजबूत बनाती है। ये सभी खिलाड़ी गेंद और बल्ले दोनों से टीम के लिए अच्छा सहयोग दे सकते हैं।
तेज गेंदबाजी
तेज गेंदबाजी हो सकती है समस्या का कारण
विशुद्ध तेज गेंदबाजों की बात करें तो टीम में केन रिचर्डसन, मोहम्मद सिराज और नवदीप सैनी ही इस विभाग में मौजूद हैं। सैनी के लिए पिछला सीजन अच्छा नहीं रहा था और उन्होंने पिछले कुछ महीनों से क्रिकेट नहीं खेली है।
टीम में यदि अच्छे विशुद्ध भारतीय तेज गेंदबाजों की मौजूदगी होती तो विदेशी बल्लेबाजों और विदेशी ऑलराउंडर्स को प्लेइंग इलेवन में चुनना कोहली के लिए आसान हो जाता।