'ड्रेसिंग रूम' विवाद को लेकर कोच गौतम गंभीर ने तोड़ी चुप्पी, कही ये दिलचस्प बात
क्या है खबर?
बॉक्सिंग-डे टेस्ट में हार के बाद ऐसी खबरें आई थी कि कोच गौतम गंभीर ने 'ड्रेसिंग रूम' में भारतीय खिलाड़ियों को जमकर डांट लगाई है।
इसके अलावा कुछ मीडिया रिपोर्ट्स ने दावा किया था कि गंभीर खिलाड़ियों के मनमाने ढंग से खेलने के रवैये से नाखुश हैं और भारतीय क्रिकेट टीम में चीजें सही से नहीं चल रही हैं।
इन सब विवादों के बीच गंभीर ने चुप्पी तोड़ी है। आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है।
बयान
गंभीर ने विवादों को किया खारिज
गंभीर ने इस सभी विवादों को सिरे से खारिज किया है और साथ में कहा है कि ड्रेसिंग रूम की बातें बाहर नहीं जाए तो अच्छा होगा।
3 जनवरी से सिडनी में होने वाले टेस्ट से पहले गंभीर ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, "कोच और खिलाड़ियों के बीच की बहस ड्रेसिंग रूम तक ही सीमित रहनी चाहिए। साफ शब्दों में कहूं तो ये सिर्फ रिपोर्ट हैं, सच्चाई नहीं है।"
बयान
सिडनी टेस्ट में जीत है अगला लक्ष्य- गंभीर
गंभीर ने स्पष्ट किया कि इस समय टीम का ध्यान केवल सिडनी टेस्ट जीतने के लक्ष्य पर है और उन्होंने सीनियर बल्लेबाज विराट कोहली और कप्तान रोहित शर्मा के साथ टेस्ट मैच जीतने की रणनीति के अलावा कोई अलग चर्चा नहीं की है।
उन्होंने कहा, "हर व्यक्ति जानता है कि किन क्षेत्रों में काम करना है। हमने उनसे केवल एक ही बातचीत की है कि टेस्ट मैच कैसे जीते जाएं।"
रोहित
क्या रोहित शर्मा सिडनी टेस्ट से होंगे बाहर?
प्रेस कांफ्रेंस के दौरान गंभीर से पूछा गया कि क्या रोहित सिडनी टेस्ट में खेलेंगे? इस पर गंभीर ने जवाब दिया कि हम प्लेइंग इलेवन के बारे में टॉस के दौरान जानकारी देंगे।
इस जवाब के बाद से ऐसे भी कयास लगाए जाने लगे हैं कि रोहित को प्लेइंग इलेवन से बाहर किया जा सकता है।
बता दें कि मौजूदा सीरीज में रोहित ने 3 टेस्ट की 5 पारियों में 6.20 की बेहद खराब औसत से कुल 31 रन बनाए।
पिछली रिपोर्ट
इस रिपोर्ट के बाहर आने के बाद हो गया था विवाद
इंडियन एक्सप्रेस की पिछली रिपोर्ट के मुताबिक, गंभीर ने बीते सोमवार को ड्रेसिंग रूम में खिलाड़ियों से कहा, 'बहुत हो गया' .
उन्होंने स्पष्ट किया कि 'स्वाभाविक खेल' के नाम पर विकेट फेंकने वाले खिलाड़ियों की और मनमानी नहीं चलेगी। गंभीर ने किसी व्यक्ति का नाम नहीं लिया, लेकिन संकेतों में अपना गुस्सा जाहिर किया।
बता दें कि बॉक्सिंग-डे टेस्ट में भारतीय टीम के पास मैच ड्रॉ कराने का अवसर था, लेकिन बल्लेबाजों ने निरंतर विकेट खोकर मैच गंवा दिया।