BCCI के नए दिशा-निर्देशों से नाखुश दिखे ब्रैड हॉग, बोले- इससे कोहली पर ज्यादा दबाव पड़ेगा
क्या है खबर?
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर निराशाजनक प्रदर्शन के बाद भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने खिलाड़ियों और सहायक स्टॉफ को लेकर के कुछ नए दिशा-निर्देश जारी किए थे।
बोर्ड के नए नियमों के मुताबिक, अब भारतीय खिलाड़ी विदेशी दौरों पर अपने परिवार को सीमित समय तक के लिए ही ले जा सकते हैं।
इस नियम की पूर्व ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज ब्रैड हॉग ने आलोचना की है।
आइए जानते हैं उन्होंने क्या कहा है।
बयान
परिवार संबंधी नए नियमों से कोहली पर पड़ेगा अतिरिक्त दबाव- ब्रैड हॉग
हॉग ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा, "BCCI ने जो नए नियम बनाए हैं, उससे विराट कोहली पर अपनी पत्नी और परिवार के लिए भी अधिक दबाव पड़ेगा क्योंकि आपको उस संतुलन को बनाए रखना होगा। मुझे लगता है कि खिलाड़ियों को जितना संभव हो सके अपने परिवारों को दौरे पर ले जाने की अनुमति मिलनी चाहिए।"
बता दें कि नए दिशा-निर्देशों के मुताबिक, अब खिलाड़ी 45 दिन लम्बे दौरे पर 2 सप्ताह तक परिवार को साथ रख पाएंगे।
बयान
बदलाव के दौर से गुजर रही है भारतीय टीम- ब्रैड हॉग
हॉग का मानना है कि भारतीय टीम बदलाव के दौर से गुजर रही है और यही कारण है कि ऑस्ट्रेलिया में टीम को हार मिली थी।
उन्होंने आगे कहा, "मुझे लगता है कि ऑस्ट्रेलिया में भारत की परेशानी परिवारों के कारण नहीं थीं। जब आप कोच बदलते हैं, तो कभी-कभी यह एक सहज बदलाव होता है, कभी-कभी इसमें थोड़ा समय लगता है और गौतम गंभीर का अपना तरीका है।
सलाह
हॉग ने दी कोच गंभीर को ये सलाह
हॉग का मानना है कि गंभीर को इन नए नियमों को नहीं करना चाहिए।
उन्होंने सलाह देते हुए कहा, "गंभीर का कोचिंग करने का अपना तरीका है। वह पिछले कोचों के मुकाबले थोड़ा अलग तरीके से काम करते हैं। उन्हें इन सख्त नियमों को लागू नहीं करना चाहिए। इन नए नियमों से खिलाड़ियों पर दबाव पड़ेगा और इसके साथ प्रायोजकों की प्रतिबद्धताओं का भी दबाव होगा। यह खिलाड़ियों के प्रदर्शन को प्रभावित कर सकता है।"
लेखा-जोखा
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर भारत ने जीता था सिर्फ एक टेस्ट
भारतीय टीम ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पर्थ टेस्ट को जीतकर सीरीज में बढ़त बनाई। इसके बाद पिंक बॉल से खेले गए एडिलेड टेस्ट को कंगारू टीम ने जीतकर सीरीज में बराबरी हासिल की थी।
सीरीज का तीसरा ब्रिसबेन टेस्ट बारिश के खलल के बीच ड्रॉ रहा था।
इसके बाद मेलबर्न और सिडनी में हुए आखिरी 2 टेस्ट में भारतीय टीम ने निराश किया और आखिरकार ऑस्ट्रेलियाई टीम ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी को 3-1 से अपने नाम किया था।