
बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी: करारी हार और खबरें बाहर जाने पर BCCI की कार्रवाई, इनकी हुई छुट्टी
क्या है खबर?
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में भारतीय क्रिकेट टीम को 3-1 से करारी हार मिली थी। सीरीज का पहला टेस्ट भारतीय टीम ने जीता था। इसके बाद टीम ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोई अन्य मुकाबला नहीं जीत सकी थी।
सीरीज के दौरान कई विवाद भी हुए थे। ड्रेसिंग रूम की खबरें बाहर भेजी जा रही थी।
अब भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने कार्रवाई करते हुए बल्लेबाजी कोच अभिषेक नायर को बाहर कर दिया है। इसके अलावा और भी कई बदलाव हुए हैं।
मामला
क्या है पूरा मामला?
दैनिक जागरण की रिपोर्ट के अनुसार BCCI ने सहायक कोच नायर को 8 महीने के कार्यकाल के बाद ही बाहर कर दिया है। रिव्यू मीटिंग के दौरान टीम प्रबंधन के एक सदस्य ने BCCI से ड्रेसिंग रूम की खबरें बाहर किए जाने को लेकर शिकायत की थी।
इसके बाद यह फैसला लिया गया। इसके अलावा फील्डिंग कोच टी-दिलीप और ट्रेनर सोहम देसाई की भी छुट्टी कर दी गई है।
दिलीप और सोहम 3 साल से भारतीय टीम का हिस्सा थे।
मौका
कौन लेगा नायर की जगह?
सूत्रों की माने तो नायर की जगह किसी और को नियुक्त नहीं किया जाएगा। टीम के साथ पहले ही बल्लेबाजी कोच सितांशु कोटक जुड़े हुए हैं। इसके अलावा दिलीप का सारा काम अब सहायक कोच रेयान टे डेस्काटे देखेंगे।
सोहम की जगह दक्षिण अफ्रीका के एड्रियन लि रू लेंगे। वह अभी इंडियन प्रीमियर लीग (IPL) 2025 में पंजाब किंग्स (PBKS) के साथ जुड़े हुए हैं।
बता दें कि, भारतीय टीम IPL के बाद इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज खेलेगी।
जीत
ऑस्ट्रेलिया ने एक दशक बाद भारत के खिलाफ जीती थी बॉर्डर-गावस्कर टेस्ट सीरीज
ऑस्ट्रेलिया ने एक दशक के बाद भारत के खिलाफ टेस्ट सीरीज जीतने में सफलता हासिल की थी। इससे पहले 2014-15 में ऑस्ट्रेलिया ने अपने घर पर खेलते हुए भारत के खिलाफ 2-0 से सीरीज जीती थी।
तब उस सीरीज में कंगारू टीम की कप्तानी माइकल क्लार्क और स्टीव स्मिथ ने की थी।
ऑस्ट्रेलिया ने अपने घर पर खेलते हुए नौवीं बार किसी टेस्ट सीरीज में भारत को शिकस्त दी थी।
खराब प्रदर्शन
खराब प्रदर्शन के बाद खुद को कप्तान ने कर दिया था टीम से बाहर
रोहित शर्मा ने लगातार निराशाजनक प्रदर्शन के बाद आखिरी टेस्ट में खुद को बाहर करने का निर्णय किया था। वह सीरीज में खेले गए 3 टेस्ट मैचों की 5 पारियों में केवल 31 रन ही बना सके थे।
इसी के चलते उन्होंने खुद को अंतिम एकादश से बाहर कर खुद की जगह शुभमन गिल को मौका देने का फैसला लिया था।
इसके साथ ही रोहित खुद को अंतिम एकादश से बाहर करने वाले पहले भारतीय कप्तान बन गए थे।