टी-20 अंतरराष्ट्रीय में शेष गेंद रहते हुए ये हैं दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी जीत
टी-20 विश्व कप 2024 के पहले सेमीफाइनल मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका क्रिकेट टीम ने बेहतरीन खेल दिखाते हुए अफगानिस्तान के खिलाफ 9 विकेट से जीत दर्ज की। पहले बल्लेबाजी करते हुए अफगानिस्तान ने सिर्फ 56 रन बनाए थे। जवाब में जब दक्षिण अफ्रीका को जीत मिली तो उनके 67 गेंद बचे हुए थे। ये टी-20 अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में शेष गेंद रहते हुए उनकी सबसे बड़ी जीत है। ऐसे में आइए उनकी सबसे बड़ी जीत पर नजर डालते हैं।
67 गेंदें बनाम अफगानिस्तान, 2024
टी-20 विश्व कप 2024 के पहले सेमीफाइनल में अफगानिस्तान ने टॉस जीतकर पहले गेंदबाजी का फैसला किया। अजमतुल्लाह उमरजई ने टीम के लिए सबसे बड़ा स्कोर (10) बनाया। पूरी अफगान टीम सिर्फ 8.5 ओवर में 56 रन बनाकर ऑलआउट हो गई। दक्षिण अफ्रीका के लिए तबरेज शम्सी और मार्को यानसेन ने सबसे ज्यादा 3-3 विकेट लिए। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने सिर्फ 1 विकेट खोकर लक्ष्य प्राप्त कर लिया, जब वह जीते तो 67 गेंदें बची हुई थी।
51 गेंदें बनाम पाकिस्तान, 2007
दक्षिण अफ्रीका ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम के खिलाफ साल 2007 में 51 गेंदें रहते हुए जीत दर्ज की थी। पहले बल्लेबाजी करते हुए पाकिस्तान ने 8 विकेट खोकर 129 रन बनाए थे। अल्फोंसो थॉमस ने 25 रन देकर 3 विकेट झटके थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने बिना विकेट खोए 11.3 ओवर में लक्ष्य प्राप्त कर लिया था। लूट्स बोसमैन ने 32 गेंद में 53* रन की पारी खेली थी। ग्रीम स्मिथ ने 40 गेंद में 71 रन बनाए थे।
47 गेंदें बनाम न्यूजीलैंड, 2012
साल 2012 में न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम दक्षिण अफ्रीका के दौरे पर गई थी। पहले टी-20 मुकाबले में पहले बल्लेबाजी करते हुए कीवी टीम सिर्फ 86 रन पर ऑलआउट हो गई थी। रोरी क्लेनवेल्ट ने सबसे ज्यादा 18 रन देकर 3 विकेट अपने नाम किए थे। वह प्लेयर ऑफ द मैच भी थे। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने 2 विकेट खोकर 12.1 ओवर में ही लक्ष्य प्राप्त कर लिया था। जब उसे जीत मिली तो 47 गेंदें बचे हुए थे।
44 गेंदें बनाम जिम्बाब्वे, 2012
2012 के टी-20 विश्व कप में चौथा मुकाबला दक्षिण अफ्रीका और जिम्बाब्वे क्रिकेट टीम के बीच खेला गया था। जिम्बाब्वे ने 20 ओवर में 8 विकेट खोकर 93 रन बनाए थे। जैक्स कैलिस ने उम्दा गेंदबाजी करते हुए 15 रन देकर 4 बल्लेबाजों को आउट किया। जवाब में दक्षिण अफ्रीका ने बिना विकेट खोए लक्ष्य हासिल कर लिया। जब उसे जीत मिली तो 44 गेंदें बची हुई थी। रिचर्ड लेवी (50) और हाशिम अमला ने 32 रन बनाए थे।