ऐसा रहा है बंगाल के बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन का अब तक का सफर
इंग्लैंड दौरे के लिए घोषित हुई भारतीय टेस्ट टीम में चार स्टैंडबाई खिलाड़ियों को चुना गया है, जिसमें बंगाल के बल्लेबाज अभिमन्यु ईश्वरन भी शामिल हैं। स्टैंडबाई खिलाड़ियों में अभिमन्यु इकलौते बल्लेबाज हैं। उनके अलावा आवेश खान, प्रसिद्ध कृष्णा और अर्जन नागवासवाला तेज गेंदबाज हैं। 25 वर्षीय अभिमन्यु ने घरेलू क्रिकेट में अच्छा प्रदर्शन करके इंग्लैंड दौरे के लिए अपनी जगह बनाई है। उनके अब तक के सफर पर एक नजर डालते हैं।
ऐसा है अभिमन्यु का घरेलू करियर
अभिमन्यु घरेलू क्रिकेट में बंगाल का प्रतिनिधित्व करते हैं। उन्होंने 2013 में रणजी ट्रॉफी में यूपी के खिलाफ अपना प्रथम श्रेणी पदार्पण किया था। दाएं हाथ के बल्लेबाज अभिमन्यु ने अपना लिस्ट-A पर्दापण साल 2015 में किया। अब तक उन्होंने प्रथम श्रेणी करियर में 43.57 की औसत से 4,401 रन बना लिए हैं, जिसमें 13 शतक भी शामिल हैं। दूसरी तरफ लिस्ट-A क्रिकेट में उन्होंने 2,875 रन अपने नाम किए हैं।
रणजी ट्रॉफी 2018/19 में किया अविश्वसनीय प्रदर्शन
अपने प्रथम श्रेणी पर्दापण के पांच साल बाद अभिमन्यु ने क्रिकेट जगत का ध्यान अपनी ओर खींचा। उन्होंने 2018/19 के रणजी ट्रॉफी सीजन में उम्दा प्रदर्शन करते हुए 95.66 की अविश्वसनीय औसत से 861 रन बनाए। वह टूर्नामेंट में बंगाल के लिए सबसे ज्यादा रन बनाने वाले बल्लेबाज बनकर उभरे थे। जबरदस्त सीजन के बाद तब उन्हें भारत की टेस्ट टीम के लिए दावेदार माना जाने लगा था।
अभिमन्यु की कुछ शानदार पारियों पर एक नजर
2018/19 सीजन में, अभिमन्यु ने पहली पारी में हैदराबाद के खिलाफ शानदार 186 रन बनाए, जिसने बंगाल की जीत की नींव रखी थी। इसके बाद उन्होंने दिल्ली के खिलाफ नाबाद 183 रनों की पारी खेली और बंगाल ने 323 रनों का सफलतापूर्वक पीछा किया था। अभिमन्यु की बेहतरीन पारी पंजाब (201*) के खिलाफ आई। प्रथम श्रेणी क्रिकेट में यह उनका पहला दोहरा शतक था। मई 2019 में, उन्होंने श्रीलंका-A के खिलाफ 233 रनों की पारी खेली थी।
बतौर कप्तान अभिमन्यु के प्रदर्शन में आई गिरावट
2018/19 के शानदार सीजन के बाद अभिमन्यु को बंगाल का कप्तान बनाया गया। उनकी कप्तानी में रणजी ट्रॉफी 2019/20 सीजन में बंगाल की टीम उपविजेता बनी थी। हालांकि, बतौर कप्तान उनके प्रदर्शन में गिरावट देखने को मिली थी। उस सीजन में अभिमन्यु ने 17 पारियों में 17.20 की खराब औसत से सिर्फ 258 रन बनाए थे। हालाँकि, उन्होंने विजय हजारे ट्रॉफी में अच्छा प्रदर्शन किया है।
इंग्लैंड दौरा हो सकता है अहम
अभिमन्यु के पास अब इंग्लैंड दौरे पर चयनकर्ताओं को प्रभावित करने का अवसर है, भले ही उन्हें स्टैंडबाई खिलाड़ी के रूप में नामित किये गए हों। भारत का इंग्लैंड दौरा तीन महीनों से भी लम्बा रहने वाला है, ऐसे में खिलाड़ियों के चोटिल होने की संभावनाएं ज्यादा रहती है। इससे पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे में कई युवा भारतीय खिलाड़ियों ने अवसर को भुनाया है ऐसा में यह दौरा अभिमन्यु के करियर के लिए अहम साबित हो सकता है।