कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण BCCI ने निलंबित किए ऐज-ग्रुप टूर्नामेंट्स
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) ने देश में लगातार बढ़ रहे कोरोना वायरस के मामलों को देखते हुए कम से कम मई तक जूनियर इंटर-स्टेट टूर्नामेंट्स को निलंबित करने का निर्णय लिया है। BCCI सेक्रेटरी जय शाह ने बीते मंगलवार को सभी एसोसिशियन को मेल के द्वारा इस निर्णय की जानकारी दी है। उन्होंने इस बात का भी आश्वासन दिया है कि इन टूर्नामेंट्स के आयोजन के लिए उचित विंडो की तलाश की जाएगी।
शाह ने दिया यह बयान
शाह ने कहा, "हम सभी ऐज-ग्रुप टूर्नामेंट्स में अधिक से अधिक मैचों का आयोजन कराना चाहते थे, लेकिन वर्तमान हालातों के कारण हम सभी ऐज-ग्रुप टूर्नामेंट्स निलंबित करने को मजबूर हो गए हैं।"
हालात अच्छे नहीं हैं- शाह
शाह ने आगे बताया कि टूर्नामेंट्स का आयोजन करने से खिलाड़ियों के रुकने की व्यवस्था में चुनौती पेश आएगी। उन्होंने कहा, "यह बात साफ है कि फिलहाल कोरोना के मामलों में उछाल देखने को मिल रहा है और ऐसे में टूर्नामेंट्स के आयोजन के लिए कड़ी क्वारंटाइन और बॉयो-सेक्योर वातावरण बनाने की जरूरत होगी। वर्तमान समय में कुछ राज्यों में तो हालात बहुत अधिक खराब हो चुके हैं।"
कूच बिहार और वीनू मांकड़ ट्रॉफी हुई स्थगित
BCCI ने कूच बिहार और वीनू मांकड़ ट्रॉफी का आयोजन फिलहाल नहीं करने का निर्णय लिया है। हालांकि, महिलाओं की सीनियर वनडे ट्रॉफी खेली जा रही है और इसका समापन 04 अप्रैल को होना है। देश में क्रिकेट की वापसी पर BCCI सीनियर पुरुषों के लिए सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का आयोजन कराया था। हाल ही में लिस्ट-ए टूर्नामेंट विजय हजारे ट्रॉफी भी सफलतापूर्वक आयोजित की गई थी।
बोर्ड परीक्षा के लिए भी खिलाड़ियों को मिलेगा अवसर- शाह
ऐज-ग्रुप टूर्नामेंट्स में हिस्सा लेने वाले अधिकतर खिलाड़ियों के 10 और 12 की बोर्ड्स परीक्षा भी शुरु होने वाली है और इसके लिए भी उन्हें ब्रेक मिलना चाहिए था। शाह ने कहा, "10 और 12 की बोर्ड परीक्षा भी शुरु होने वाली है तो हमारे युवा एथलीट्स को परीक्षा के लिए तैयारी करने का भी अवसर मिलना चाहिए। इसके अलावा खिलाड़ियों का स्वास्थ्य और सुरक्षा हमारी पहली प्राथमिकता है।"