प्रोफेशनल क्रिकेटर्स के लिए तीन सीजन वाले कॉन्ट्रैक्ट को लाने पर विचार कर रही है BCCI
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) प्रोफेशनल क्रिकेटर्स को तीन साल का कॉन्ट्रैक्ट देने पर विचार कर रही है। टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक यदि यह नियम लागू होता है तो स्टेट एसोसिएशन को खिलाड़ियों को एक की बजाय कम से कम तीन साल के लिए साइन करना होगा। हाल ही में हुई बोर्ड की एपेक्स काउंसिल मीटिंग में इसके अलावा भी कई अन्य महत्वपूर्ण चीजों पर चर्चा हुई है।
रणजी ट्रॉफी के मैचों में होगा DRS का इस्तेमाल
तीन सीजन के कॉन्ट्रैक्ट के अलावा बोर्ड रणजी ट्रॉफी के सभी मैचों में डिसीजन रीव्यू सिस्टम (DRS) का इस्तेमाल करने के लिए भी तैयार है। इसके अलावा विजेता टीमों को मिलने वाली प्राइज मनी में भी बढ़ोत्तरी होने वाली है। रणजी ट्रॉफी का आगामी सीजन 13 दिसंबर से शुरु होने वाला है। 2022 के फाइनल में मुंबई को हराने वाली मध्य प्रदेश क्रिकेट टीम डिफेंडिंग चैंपियन के रूप में उतरेगी।
उम्र की धोखाधड़ी पकड़ने के लिए इस्तेमाल होगा सॉफ्टवेयर
उम्र में धोखाधड़ी पकड़ने के लिए बोर्ड एक नए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल करने वाली है। 'BoneXpert' नाम के सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल अंडर-16 लेवल पर विजय मर्चेंट ट्रॉफी से पहले किया जाएगा। इस सॉफ्टवेयर की मदद से बोर्ड खिलाड़ियों की उम्र का असली पता कम समय और कम खर्च में लगा सकेगी। उम्र से जुड़ी धोखाधड़ी घरेलू क्रिकेट में काफी ज्यादा देखने को मिलती है और इससे कई देश परेशान हैं।
अंपायरों के लिए शुरु हुआ नया ग्रेड सिस्टम
अंपायरों को भी बोर्ड ने फायदा देने का निर्णय लिया है और उनके लिए नए ग्रेड की शुरुआत की है। 10 अंपायरों को A+ रेटिंग में रखा जाएगा। इस कैटेगिरी वाले अंपायर्स को फर्स्ट-क्लास क्रिकेट में एक दिन के 40 हजार रूपये मिलेंगे। 20 अंपायरों को A रेटिंग में रखा गया है और इन्हें दिन के 30 हजार रूपये मिलेंगे। 60 अंपायर्स को B क्लास में जगह मिली है। 46 को C और 11 को D में जगह मिली है।
न्यूजबाइट्स प्लस
पुरुष क्रिकेट में बदलाव के साथ ही बोर्ड ने महिला क्रिकेट में भी बदलाव का प्लान बना लिया है। हर साल A टीम को दो टूर कराए जाएंगे। हालांकि, इसके बारे में अधिक जानकारी सामने नहीं आई है।