
दलीप ट्रॉफी के इतिहास में सर्वोच्च पारी खेलने वाले बल्लेबाज
क्या है खबर?
दलीप ट्रॉफी भारत का प्रतिष्ठित प्रथम श्रेणी टूर्नामेंट है, जो जोनल प्रारूप में खेला जाता है। इस टूर्नामेंट में वेस्ट जोन की टीम अब तक सबसे सफल रही है, जिसने कुल 19 बार खिताब पर कब्जा जमाया है। उनके बाद नॉर्थ जोन की टीम 18 बार विजेता बनी है। इस टूर्नामेंट में अब तक सिर्फ 2 बल्लेबाज ही तिहरा शतक लगाने में कामयाब हुए हैं। इस बीच दलीप ट्रॉफी में सर्वोच्च पारी खेलने वाले बल्लेबाजों पर एक नजर डालते हैं।
#1
रमन लाम्बा (320 रन, 1987)
रमन लाम्बा दलीप ट्रॉफी के इतिहास में तिहरा शतक लगाने वाले पहले बल्लेबाज बने थे। उन्होंने 1987 में फाइनल में नॉर्थ जोन की ओर से खेलते हुए वेस्ट जोन के खिलाफ 320 रन बनाए थे। उनकी पारी की बदौलत नॉर्थ जोन ने 868 रन का स्कोर बनाया था। बढ़त के आधार पर नॉर्थ जोन विजेता बनी थी। लाम्बा ने दलीप ट्रॉफी में 10 मुकाबलों में 86.25 की औसत से 1,035 रन बनाए थे।
#2
गगन खोड़ा (300* रन, 2001)
सेंट्रल जोन के गगन खोड़ा ने 2001 में साउथ जोन के खिलाफ नाबाद 300 रन की पारी खेली थी। उनके तिहरे शतक की मदद से सेंट्रल जोन ने 550/7 के स्कोर पर पारी घोषित की थी। साउथ जोन ने 141 और 395 के स्कोर किए और सेंट्रल जोन ने जोरदार जीत हासिल की थी। दलीप ट्रॉफी में खोड़ा ने 22 मैचों में 48.08 की औसत से 1,683 रन बनाए थे।
#3
सुरेंद्र भावे (292 रन, 1994)
दलीप ट्रॉफी 1994 में वेस्ट जोन के सलामी बल्लेबाज सुरेंद्र भावे ने साउथ जोन के खिलाफ 292 रन की पारी खेली थी। भावे के दोहरे शतक की मदद से वेस्ट जोन ने 566 रन बनाए थे। आखिर में वो मुकाबला ड्रॉ पर समाप्त हुआ था। भावे ने दलीप ट्रॉफी के इतिहास में 15 मैच खेले थे, जिसमें 58.56 की औसत के साथ 1,347 रन बनाए थे। उन्होंने 2 शतक लगाए थे।
#4
अरुण लाल (287 रन, 1986)
दलीप ट्रॉफी 1986 के सेमीफाइनल में ईस्ट जोन के कप्तान अरुण लाल ने वेस्ट जोन के खिलाफ 287 रन की पारी खेली थी। उनके दोहरे शतक की मदद से ईस्ट जोन ने 561 रन बनाए थे। हालांकि, वेस्ट जोन ने 567/7 का स्कोर बनाते हुए मुकाबले में जीत हासिल की थी। अरुण ने अपने प्रथम श्रेणी करियर में 156 मैच खेले थे, जिसमें 46.94 की औसत के साथ 10,421 रन बनाए थे।