लक्ष्य सेन को जन्म प्रमाणपत्र से छेड़छाड़ मामले में हाई कोर्ट से झटका, जानिए पूरा मामला
क्या है खबर?
भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन मुश्किलों में घिर गए हैं।
दरअसल, लक्ष्य और उनके परिवार पर बर्थ सर्टिफिकेट में छेड़छाड़ से संबंधित गंभीर आरोप लगे थे।
लक्ष्य और उनके परिवार की ओर से इन आरोपों के खिलाफ याचिक दायर की गई, जिसे कर्नाटक उच्च न्यायलय ने खारिज कर दिया है। अब इस धोखाधड़ी के मामले में तेजी से जांच होगी।
आइए भारतीय बैडमिंटन खिलाड़ी के इस विवाद को विस्तार से समझते हैं।
मामला
क्या है लक्ष्य सेन का मामला?
लक्ष्य, उनके भाई चिराग सेन, पिता डीके सेन के साथ-साथ उनके कोच विमल कुमार के खिलाफ एक मुकदमा दर्ज कराया गया था।
ये शिकायत नागराज एमजी ने की, जिसके बाद लक्ष्य के खिलाफ दिसंबर 2024 में प्राथमिकी दर्ज हुई थी।
नागराज के अनुसार, लक्ष्य और चिराग दोनों भाइयों ने अपने आप को कम उम्र का दिखाने के लिए संबंधित दस्तावेजों में बदलाव किए थे।
इस कथित धोखाधड़ी के चलते वह जूनियर टूर्नामेंट्स में ज्यादा समय तक खेल सके थे।
याचिका
कोर्ट ने खारिज की लक्ष्य की ये याचिका
कर्नाटक उच्च न्यायलय के न्यायमूर्ति एम जी उमा ने लक्ष्य और उनके परिवार के खिलाफ प्राथमिकी रद्द करने की मांग वाली याचिकाओं को खारिज कर दिया है।
स्पोर्टस्टार के मुताबिक, न्यायमूर्ति ने अपने आदेश में कहा, "जब पहली नजर में रिकॉर्ड में ऐसी सामग्री रखी गई है जो अपराध का गठन करती है, तो मुझे जांच को रोकने या आपराधिक कार्यवाही की शुरुआत को रद्द करने का कोई कारण नहीं दिखता।"
बयान
लक्ष्य के परिवार ने आरोपों को बताया था निराधार
शिकायतकर्ता ने सूचना के अधिकार (RTI) अधिनियम के तहत प्राप्त दस्तावेज प्रस्तुत किए थे।
इसमें युवा मामलों के मंत्रालय की जांच रिपोर्ट भी शामिल थी, जिसमें धीरेंद्र सेन को अपने बच्चों की उम्र गलत बताने का दोषी पाया गया था।
दूसरी तरफ लक्ष्य के परिवार ने इन आरोपों को निराधार बताया और इसे शटलर की छवि को धूमिल करने का प्रयास बताया था।
याचिकाकर्ता पक्ष ने दावा किया था कि मामला 2018 में ही बंद कर दिया गया था।
चिराग
लक्ष्य के भाई चिराग BAI से हुए थे निलंबित
यह कोई पहला मौका नहीं है, जब सेन परिवार पर उम्र से छेड़छाड़ संबंधी आरोप लगे थे।
बता दें कि चिराग को 2016 में भारतीय बैडमिंटन संघ (BAI) ने उम्र धोखाधड़ी के लिए निलंबित कर दिया था।
स्पोर्टस्टार की रिपोर्ट के मुताबिक, चिराग के एक दस्तावेज में उनका जन्म वर्ष 1998 दर्ज था।
उन्होंने जूनियर टूर्नामेंट में भाग लेने के लिए एक अन्य जन्म प्रमाण पत्र का प्रयोग किया, जिसमें उनका जन्म वर्ष 2005 बताया गया था।
उपलब्धि
ओलंपिक के सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष शटलर हैं लक्ष्य
पेरिस ओलंपिक 2024 में लक्ष्य ने पुरुष एकल के क्वार्टरफाइनल मुकाबले में ताइपे के खिलाड़ी चू टिन चेन को 2-1 से हराया था। इसके साथ ही वह ओलंपिक सेमीफाइनल में पहुंचने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बन गए थे।
हालांकि, लक्ष्य सेमीफाइनल में विक्टर एक्सेलसन से हार गए थे। इसके बाद वे कांस्य पदक मुकाबला भी हार गए थे।
वह ओलंपिक में पदक जीतने वाले पहले भारतीय पुरुष बैडमिंटन खिलाड़ी बनने से चूक गए थे।