पर्थ टेस्ट: भारतीय टीम की स्थिति हुई मजबूत, ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ ली 218 रनों की बढ़त
भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम के बीच खेले जा रहे पर्थ टेस्ट मैच में जसप्रीत बुमराह की टीम मजबूत स्थिति में पहुंच गई है। कंगारू टीम की पहली पारी सिर्फ 104 रन पर समाप्त हुई। भारतीय टीम ने अपनी दूसरी पारी में बिना विकेट खोए 172 रन बना लिए हैं। पहली पारी के आधार पर उसने 218 रन की बढ़त ले ली है। केएल राहुल (62*) और यशस्वी जायसवाल (90*) दिन का खेल खत्म होने तक नाबाद रहे।
दूसरे दिन का लेखा-जोखा
भारतीय टीम के 150 रन के जवाब में ऑस्ट्रेलिया टीम की पारी 104 रन पर ही समाप्त हो गई। भारत के लिए बुमराह ने सबसे ज्यादा 5 विकेट लिए। मिचेल स्टार्क ने 112 गेंदों का सामना करते हुए सबसे ज्यादा 26 रन बनाए। मोहम्मद सिराज ने 2 और हर्षित राणा को 3 विकेट मिले। भारतीय टीम के लिए यशस्वी और राहुल ने जोरदार शुरुआत कराई और दिन का खेल खत्म होने तक भारत का 1 भी विकेट नहीं गिरा।
बुमराह ने की कपिल देव की बराबरी
बुमराह सेना देशों (दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, न्यूजीलैंड और ऑस्ट्रेलिया) में सबसे ज्यादा 5 विकेट हॉल लेने के मामले में कपिल देव की बराबरी कर ली है। इस खिलाड़ी का यह 7वां 5 विकेट हॉल है। कपिल ने भी सेना देशों में 7 बार 5 विकेट हॉल लिए थे। इन खिलाड़ियों के आगे सिर्फ इमरान खान (8), मुथैया मुरलीधरन (10) और वसीम अकरम (11) हैं। सीरीज में 5 टेस्ट खेले जाने हैं। ऐसे में कपिल का रिकॉर्ड टूट भी सकता है।
बुमराह ने हासिल की बड़ी उपलब्धि
ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर सिर्फ 3 भारतीय गेंदबाजों ने 1 से ज्यादा बार 5 विकेट हॉल लिए हैं। ये खिलाड़ी कपिल, मोहम्मद शमी और बुमराह हैं। शमी ने 2 बार 5 विकेट हॉल लिए हैं। कपिल ने ऑस्ट्रेलिया में 5 बार 5 विकेट हॉल अपने नाम किए हैं। साल 2000 के बाद सिर्फ 2 भारतीय कप्तानों ने ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर 5 विकेट हॉल लिए हैं। बुमराह से पहले अनिल कुंबले ने साल 2007 में यह कारनामा किया था।
घरेलू टेस्ट में भारत के खिलाफ दूसरा छोटा स्कोर
ऑस्ट्रेलिया की टीम 104 के स्कोर पर ऑलआउट हुई। यह भारत के खिलाफ घरेलू टेस्ट में उनका दूसरा सबसे कम टीम स्कोर है। साल 1981 के सिडनी टेस्ट में वे सिर्फ 83 रन पर ढेर हो गए थे। यह इस प्रारूप में भारत के खिलाफ उनका चौथा सबसे कम स्कोर भी है। यह साल 2000 के बाद से घरेलू मैदान पर दूसरी पारी में बल्लेबाजी करते हुए ऑस्ट्रेलिया का सबसे कम स्कोर भी है।
21 साल बाद हुआ ये कारनामा
21 साल बाद ऑस्ट्रेलिया की सरजमीं पर पहले विकेट के लिए भारतीय बल्लेबाजों ने 100 या उससे ज्यादा रनों की साझेदारी निभाई है। राहुल और यशस्वी की जोड़ी ने ये कमाल किया है। इससे पहले साल 2004 में वीरेंद्र सहवाग और आकाश चोपड़ा ने सिडनी टेस्ट मैच में शतकीय साझेदारी निभाई थी। यशस्वी पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में अर्धशतक जड़ने वाले सबसे युवा बल्लेबाज भी बन गए हैं। उन्होंने ट्रेविस हेड का रिकॉर्ड तोड़ा है।
यशस्वी ने बनाया ये बड़ा रिकॉर्ड
यशस्वी 1 कैलेंडर वर्ष में सबसे ज्यादा छक्के जड़ने वाले बल्लेबाज बन गए हैं। उन्होंने ब्रेंडन मैकुलम का रिकॉर्ड तोड़ा है, जिन्होंने साल 2014 में 33 छक्के लगाए थे। यशस्वी के इस साल 34 छक्के हो गए हैं।