भारत ने वनडे विश्व कप से पहले एशिया कप से क्या खोया और क्या पाया?
भारतीय क्रिकेट टीम ने रविवार को एशिया कप 2023 के फाइनल मुकाबले में मेजबान श्रीलंका को 10 विकेट से हराकर खिताब जीत लिया। कोलंबो में खेले गए मुकाबले में श्रीलंका पहले खेलकर 15.2 ओवर में सभी विकेट खोकर केवल 50 रन ही बना सकी। भारत ने केवल 6.1 ओवर में बिना कोई विकेट खोए 51 रन बनाते हुए मैच जीत लिया। अहम सवाल है कि वनडे विश्व कप 2023 से पहले एशिया कप जीत से भारत को क्या हासिल हुआ?
एशिया कप जीत से मिलेगा मनोवैज्ञानिक लाभ
निश्चित रूप से एशिया कप जीत से भारतीय टीम को आगामी वनडे विश्व कप में फायदा मिलेगा। इस जीत का टीम को मनोवैज्ञानिक लाभ मिलेगा जिसका बड़ा असर देखने को मिल सकता है। चूंकि, विश्व कप भारत में खेला जाएगा इसलिए भारत को लगभग समान परिस्थितियों उसकी तैयारी करने का अच्छा अवसर मिला। इसके अलावा पाकिस्तान और श्रीलंका जैसी मजबूत टीमों के खिलाफ खेलने से भारत को उनकी ताकत और कमजोरियों का पता भी चल गया।
दुनिया ने देखी हमारी गेंदबाजी की ताकत
भारत के बल्लेबाजी क्रम को लोहा पूरी दुनिया मानती है, लेकिन एशिया कप जीत में गेंदबाजों का बड़ा योगदान रहा। टीम संयोजन के हिसाब से यह अच्छा संकेत है। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज जैसे तेज गेंदबाज शुरुआत और डेथ ओवर्स में विकेट निकालकर दे रहे हैं। मीडिल ओवर्स में कुलदीप यादव और रविंद्र जडेजा भी बल्लेबाजों को छकाते हुए उनकी गिल्लियां बिखेरने में सफल हो रहे हैं। विश्व कप से लिहाज से यह अच्छा संकेत है।
बड़ी जीत का बड़ा प्रभाव
कहते हैं बड़े काम का असर भी बड़ा ही होता है। भारत ने एशिया कप में बड़ी जीत दर्ज करते हुए अपनी ताकत दिखाई और विरोधियों के हौसले पस्त किए। भारत ने नेपाल को 10 विकेट से हराकर अपना प्रभाव दिखाया। पाकिस्तान के खिलाफ सबसे बड़ी जीत (228) दर्ज की। निर्णायक मुकाबला भारत ने 10 विकेट से जीता। ये भारत की सर्वाधिक गेंदें शेष रहते सबसे बड़ी जीत (263 गेंद) है। पिछला रिकॉर्ड 231 गेंदों (केन्या बनाम 2001) का था।
रोहित ने मनवाया कप्तानी का लोहा
एशिया कप के दौरान रोहित शर्मा ने अपनी कप्तानी कौशल का भरपूर प्रदर्शन किया। उन्होंने अहम मौकों पर प्रभावशाली प्रयोग किए जिससे टीम को विपरित हालातों में भी सकारात्मक परिणाम मिले। बड़ा उदाहरण श्रीलंका के खिलाफ मैच में देखने को मिला जब भारत ने 213 रन का भी सफलतापूर्व बचाव किया। मीडिल ओवर्स में जब धनंजय डी सिल्वा और दुनिथ वेल्लालागे जम गए थे तब रोहित ने स्पिनर्स को हटाकर तेज गेंदबाजों को आजमाया और यादगार जीत हासिल की।
जसप्रीत बुमराह की 50 ओवर क्रिकेट में सफल वापसी
तेज गेंदबाज बुमराह ने चोट से वापसी के बाद पहली वनडे सीरीज खेली जिसमें उनका प्रदर्शन उम्मीद के मुताबिक काफी अच्छा रहा। टूर्नामेंट के 4 मैचों में उन्होंने 17.75 की औसत और 4.18 की इकॉनमी रेट से 4 विकेट हासिल किए। पावरप्ले में विकेट निकालने की उनकी क्षमता ने टीम को काफी फायदा पहुंचाया। वनडे विश्व कप से पहले उनका लय हासिल करना भारत के लिए काफी अच्छा संकेत है।