एशेज 2023: उस्मान ख्वाजा 34 साल में यह कारनामा करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई ओपनर बने
क्या है खबर?
इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच एजबेस्टन में खेले गए पहले एशेज सीरीज टेस्ट का रोमांचक अंत हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया को 2 विकेट से मिली शानदार जीत में सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा का योगदान बेहद खास रहा।
पहली पारी में 141 रनों की पारी खेलते हुए उन्होंने टीम को मजबूत किया। इसके बाद दूसरी पारी में 65 रन बनाते हुए जीत में बड़ी भूमिका निभाई।
इस प्रदर्शन की बदौलत उन्होंने अपना नाम रिकॉर्ड बुक में दर्ज करवा लिया है।
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इस खास क्लब का हिस्सा बने ख्वाजा
ख्वाजा वर्ष 1989 के बाद से इंग्लैंड में एक टेस्ट में शतक और अर्धशतक बनाने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज बन गए हैं।
कंगारू बल्लेबाजों में पिछली बार यह कारनामा पूर्व बल्लेबाज मार्क टेलर ने किया था। उन्होंने 1989 के लीड्स में 136 और 60 रनों की पारी खेली थी।
अन्य ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाजों में एंड्रयू हिल्डिच (1985), रिक मैककोस्कर (1977), बिल लॉरी (1961), आर्थर मॉरिस (1948) और वारेन बार्डस्ले (1909) के नाम भी शामिल हैं।
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ख्वाजा का इंग्लैंड की धरती पर पहला शतक
ख्वाजा द्वारा पहली पारी में खेली गई शतकीय पारी कई मायने से खास रही। यह उनके टेस्ट करियर का 15वां शतक था और उसे उन्होंने अपने असाधारण खेल से यादगार बना दिया।
यह इंग्लैंड के खिलाफ उनका ओवरऑल चौथा टेस्ट शतक था। हालांकि, इंग्लैंड की धरती पर यह उनका पहला टेस्ट शतक था।
ख्वाजा ने 43.93 की स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी करते हुए 321 गेंदों का सामना किया था। पारी में उन्होंने 14 चौके और 3 छक्के लगाए थे।
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पूरे 5 दिन बल्लेबाजी करने वाले दूसरे ऑस्ट्रेलियाई
बाएं हाथ के बल्लेबाज ख्वाजा ने एजबेस्टन टेस्ट में एक और खास रिकॉर्ड अपने नाम किया।
उन्हें टेस्ट मैच के सभी 5 दिनों में बल्लेबाजी करने वाले सिर्फ दूसरे ऑस्ट्रेलियाई बल्लेबाज बनने का गौरव हासिल हुआ।
पूर्व सलामी बल्लेबाज किम ह्यूज ऐसा करने वाले पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी थे।
उन्होंने 1980 में लॉर्ड्स टेस्ट के दौरान 5 दिन बल्लेबाजी की थी। ह्यूज ने 2 पारियों में क्रमशः 117 और 84 रन बनाए थे।
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मैच का लेखा-जोखा
इंग्लैंड ने पहले दिन पहली पारी में 393/8 रन बनाने के बाद आश्चर्यजनक रूप से पारी घोषित कर दी थी।
इसके बाद ऑस्ट्रेलिया ने भी शानदार बल्लेबाजी करते हुए पहली पारी में 386 रन बना डाले थे। पहली पारी के आधार पर मेजबानों को केवल 7 रन ही बढ़त मिली।
दूसरी पारी में इंग्लिश टीम केवल 273 रनों पर ही सिमट गई। ऑस्ट्रेलिया को जीत के लिए 281 रनों का लक्ष्य मिला जिसे उसने 8 विकेट खोकर हासिल कर लिया।