#BirthdaySpecial: गुस्सैल रवैये ने बर्बाद किया रायडू का करियर! कभी होती थी सचिन से तुलना
क्या है खबर?
क्रिकेट को जेंटलमैन का खेल कहा जाता है। इस खेल में अपनी पहचान बनाने के लिए जितनी महत्वपूर्ण प्रतिभा होती है, उतना ही महत्वपूर्ण अनुशासन को भी माना जाता है।
क्रिकेट जगत में ऐसे कई खिलाड़ी हैं, जिनके हुनर की मिसाले दी जाती थी, लेकिन अनुशासनहीनता के कारण वे विश्व क्रिकेट में आला मुकाम नहीं हासिल कर सके।
ऐसी ही कहानी है भारत के अंबाती रायडू की, जिनके गुस्सैल रवैये ने उनका करियर ही बर्बाद कर दिया।
तुलना
2002 में सचिन तेंदुलकर से होती थी रायडू की तुलना
आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जन्में अंबाती रायडू आज अपना 34वां जन्मदिन मना रहे हैं।
रायडू ने 2000 के दशक में अपने बेहतरीन खेल से सनसनी मचा दी थी।
2002 में भारतीय अंडर-19 टीम के लिए 177 रनों की पारी खेलने के बाद रायडू की तुलना 'क्रिकेट के भगवान' सचिन तेंदुलकर से की जाने लगी थी।
इसके बाद 2004 में जब रायडू भारतीय अंडर-19 टीम के कप्तान बने, तो लगा कि भारत को दूसरा सचिन मिल ही गया।
अंबाती रायडू
गुस्सैल रवैये के कारण नहीं मिला भारतीय टीम में मौका!
2002 में हैदराबाद के लिए घरेलू क्रिकेट की शुरुआत करने वाले रायडू ने भारतीय टीम में मौका न मिलने पर आंध्रा के लिए खेलने का फैसला किया।
इसके बाद भी जब रायडू को राष्ट्रीय टीम में जगह नहीं मिली, तो उन्होंने बड़ौदा के साथ-साथ कई अन्य टीमों के लिए भी खेला।
इस बीच रायडू ने विवादित इंडियन क्रिकेट लीग (ICL) में भी हिस्सा लिया। शायद इसी कारण उन्हें लगातार चयनकर्ताओं ने नज़रअंदाज़ किया।
आशा
इंडियन प्रीमियर लीग ने जगाई उम्मीद
घरेलू क्रिकेट में लगातार शानदार प्रदर्शन करने के बावजूद जब रायडू को चयनकर्ताओं ने नज़रअंदाज़ किया, तो इंडियन प्रीमियर लीग उनके लिए उम्मीद की नई रौशनी बना।
IPL में रायडू को मुंबई इंडियंस ने पहचान दिलाई। मुंबई के लिए साल दर साल रायडू ने शानदार प्रदर्शन कर एक बार फिर भारतीय टीम के दरवाज़े पर दस्तक दी।
रायडू ने IPL 2010, 2011 और 2012 में क्रमश: 356, 395 और 333 रन बनाकर एक बार फिर अपने हुनर का लोहा मनवाया।
अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट
2013 में मिली भारतीय टीम में जगह
IPL में शानदार प्रदर्शन के बाद रायडू को जुलाई 2013 में जिम्बाब्वे के खिलाफ अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू करने का मौका मिला।
अपने पहले ही मैच में रायडू ने नाबाद 63 रनों की पारी खेल कर भारत को जीत दिलाई। इसके बाद रायडू को लगभग हर वनडे मैच में भारत का प्रतिनिधित्व करने का मौका मिला।
2013 में रायडू ने 50.50 की औसत से और 2014 और 2015 में क्रमश: 44.92 और 44.50 की औसत से रन बनाए।
निराशा
2015 विश्व कप में हुए निराश
2015 क्रिकेट विश्व कप में अंबाती रायडू को 15 सदस्यीय टीम में शामिल किया गया। ऐसा लग रहा था कि रायडू का करियर अब पटरी पर लौट आया है, लेकिन होनी को कुछ और ही मंज़ूर था।
ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड में खेले गए इस विश्व कप में रायडू को एक भी मैच में अंतिम ग्यारह में शामिल नहीं किया गया।
हालांकि, रायडू ने इसके बाद भी हार नहीं मानी और घरेलू क्रिकेट में अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखा।
वापसी
IPL 2018 ने फिर कराई रायडू की भारतीय टीम में वापसी
IPL 2018 में रायडू को चेन्नई सुपर किंग्स के लिए खेलने का मौका मिला। चेन्नई के लिए धोनी की अगुवाई में रायडू ने 600 से ज्यादा रन बना दिए।
इसके बाद सितंबर 2018 में रायडू की एक बार फिर भारतीय टीम में वापसी हुई। रायडू भी जानते थे कि शायद यह आखिरी मौका है, इसीलिए उन्होंने पूरे दमखम से 56 की औसत से रन बनाकर 2019 विश्व कप के लिए अपनी दावेदारी पेश की।
2019 क्रिकेट विश्व कप
2019 विश्व कप में फिर निराशा हाथ लगी
2019 क्रिकेट विश्व कप से पहले रायडू लगातार भारतीय टीम का हिस्सा थे।
इस विश्व कप से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ उन्होंने भारत के लिए सबसे ज्यादा रन बनाए थे। लेकिन इसके बाद भी रायडू को 2019 विश्व कप के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम में शामिल नहीं किया गया।
इस बार रायडू ने भी हार मान ली और निराश होकर अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कह दिया। हालांकि, तीन महीने बाद ही रायडू ने संन्यास का फैसला वापस ले लिया।
विवाद
विवादो से रहा लंबा नाता
रायडू का विवादो से पुराना नाता रहा है। IPL में हरभजन सिंह और हर्षल पटेल से उनकी लड़ाई भला कौन भूल सकता है।
इससे पहले 2005 में रायडू अपनी टीम के साथ खिलाड़ी अर्जुन यादव से भिड़ गए थे और उन्हें स्टंप मारने की कोशिश की थी।
BCCI रायडू पर अनुशासनहीनता की कार्रवाई कर चुका है। 2016 में मुश्ताक अली ट्रॉफी में रायडू अंपायर से ही लड़ गए थे।
BCCI ने कई बार रायडू पर जुर्माना और बैन लगाया है।
करियर
अंबाती रायडू का अंतर्राष्ट्रीय करियर
रायडू ने 17 साल 55 दिन की उम्र में रणजी ट्रॉफी में दोहरा शतक लगाया था। वर्तमान में वह भारतीय घरेलू क्रिकेट में दोहरा शतक लगाने वाले दूसरे सबसे युवा बल्लेबाज हैं।
उस मैच में रायडू ने पहली पारी में 210 और दूसरी पारी में 159 रन बनाए थे।
रायडू के नाम वनडे अंतर्राष्ट्रीय के 55 मैचों में 47.06 की औसत से 1,694 रन हैं। साथ ही टी-20 अंतर्राष्ट्रीय के 6 मैचों में रायडू ने 42 रन बनाए हैं।