ऑल इंग्लैंड ओपन 2022: फाइनल में हारकर उपविजेता रहे लक्ष्य सेन, इतिहास रचने से चूके
भारत के युवा बैडमिंटन खिलाड़ी लक्ष्य सेन को ऑल इंग्लैंड ओपन चैंपियनशिप के खिताबी मुकाबले में शिकस्त झेलनी पड़ी है। वह डेनमार्क के विक्टर एक्सेलसन के खिलाफ सीधे गेम में हार गए। रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले को विश्व के नंबर एक बैडमिंटन खिलाड़ी एक्सेलसन ने 21-10, 21-15 से अपने नाम किया और दूसरी बार इस प्रतिष्ठित खिताब पर कब्जा जमाया। आइए इस मुकाबले पर एक नजर डालते हैं।
फाइनल में 53 मिनट में हारे लक्ष्य
अपना तीसरा ऑल इंग्लैंड खेल रहे लक्ष्य, फाइनल मुकाबले के पहले गेम में दबाव में नजर आए। विपक्षी शटलर ने शुरुआत में 6-0 की बढ़त हासिल कर ली और इसके अंत तक बरकरार रखा। पहला गेम महज 22 मिनट में ही एक्सेलसन ने अपने नाम किया। दूसरे गेम में एक्सेलसन ने 4-1 की बढ़त बनाई, जिसे लक्ष्य ने 4-4 से बराबरी पर लाकर कुछ संघर्ष किया। हालांकि, एक्सेलसन ने आक्रामक अंदाज में खेलकर ट्रॉफी पर कब्जा जमाया।
ऑल इंग्लैंड का फाइनल हारने वाले तीसरे भारतीय पुरुष बने लक्ष्य
बीते शनिवार को हुए पुरुष एकल के सेमीफाइनल मुकाबले में लक्ष्य ने गत चैंपियन ली जी को हराया था और ऑल इंग्लैंड के फाइनल में पहुंचने वाले प्रकाश नाथ (1947), प्रकाश पादुकोण (1980, 1981), पुलेला गोपीचंद (2001) और साइना नेहवाल (2015) के बाद पांचवें भारतीय बन गए थे। वह प्रकाश नाथ (1947) और प्रकाश पादुकोण (1981) के बाद इस प्रतियोगिता के फाइनल में हारने वाले तीसरे भारतीय पुरुष खिलाड़ी बने हैं।
प्रतियोगिता में ऐसा रहा लक्ष्य का सफर
लक्ष्य ने पहले दो मैचों में क्रमश: अपने देश के सौरभ वर्मा और डेनमार्क के एंडर्स एंटोनसेन को सीधे गेम में हराया। इसके बाद उन्हें चीन के लू गुआंग जु के खिलाफ वॉकओवर मिल गया। वहीं सेमीफाइनल में लक्ष्य ने मलेशिया के ली जी जिया को 21-13, 12-21, 21-19 से हराया। यह मैच 1 घंटा 16 मिनट तक चला था। खिताबी मुकाबले में लक्ष्य, एक्सेलसन की चुनौती को पार नहीं कर सके।
न्यूजबाइट्स प्लस (फैक्ट)
बता दें अब तक सिर्फ प्रकाश पादुकोण (1980) और गोपीचंद (2001) ही ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप जीतने वाले भारतीय खिलाड़ी हैं। 20 वर्षीय लक्ष्य इसके फाइनल में पहुंचने वाले सबसे युवा भारतीय हैं।