तेज गेंदबाज अकाश दीप का बड़ा बयान, बोले- रोहित शर्मा से बेहतर कप्तान कोई नहीं
क्या है खबर?
टेस्ट और वनडे क्रिकेट में भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान रोहित शर्मा की हाल फिलहाल जमकर आलोचना हुई है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 और उससे पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ घरेलू टेस्ट सीरीज में भारतीय टीम को उनकी कप्तानी में करारी हार झेलनी पड़ी थी।
इस बीच भारतीय टीम के तेज गेंदबाज आकाश दीप ने उनका पुरजोर समर्थन किया है। उनका मानना है कि उनसे बेहतर कप्तान कोई नहीं है।
आइए पूरी खबर पर नजर डालते हैं।
फैसला
इन फैसलों के कारण हुई रोहित की आलोचना
रोहित की कप्तानी में हाल के दिनों में कई खराब फैसले लिए गए हैं।
जसप्रीत बुमराह का अत्यधिक उपयोग करना भी उन फैसलों में शामिल है। इसके अलावा मेलबर्न और सिडनी टेस्ट मैच में 2-2 स्पिनरों को मौका देना हर किसी के समझ के परे था।
इन सब आलोचना के बावजूद आकाश दीप अपने कप्तान का बचाव करते हुए टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा, "वह दुनिया के सर्वश्रेष्ठ कप्तान हैं।"
दबाव
खिलाड़ियों पर दबाव नहीं डालते रोहित
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में आकाश को ब्रिसबेन और मेलबर्न मैचों में हर्षित राणा की जगह मौका मिला था।
उन्होंने रोहित की कप्तानी की शैली की सराहना करते हुए कहा कि रोहित चीजों को सरल रखते हैं और नए खिलाड़ियों पर अनावश्यक रूप से दबाव नहीं डालते।
यहां तक कि जब चीजें उनके हिसाब से नहीं होती हैं तो रोहित उन्हें कड़ी मेहनत करने के लिए कहते हैं और उन्हें अपने समर्थन का आश्वासन भी देते हैं।
कप्तान
"रोहित हमेशा बताते हैं कि कैसे गेंद डालनी है"
आकाश ने खुलासा करते हुए कहा, "रोहित हमेशा कहते हैं कि तू ऐसे गेंद डाल, अगर ये करेगा तो ऐसा होगा। तू डाल मैं हूं ना।"
आकाश ने रोहित के ही कप्तानी में अपना पहला टेस्ट मैच खेला था। उन्हें इंग्लैंड क्रिकेट टीम के खिलाफ पिछले साल रांची टेस्ट में मौका मिला था।
जहां उन्होंने अपनी स्विंग होती हुई गेंदों से इंग्लैंड के बल्लेबाजो को काफी परेशान किया था। इसके बाद उन्हें टेस्ट क्रिकेट में लगातार मौके मिल रहे हैं।
बल्लेबाजी
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में रोहित ने 6.20 की औसत से बनाए थे रन
रोहित ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी 2024-25 में 3 टेस्ट खेले, जिसकी 5 पारियों में 6.20 की बेहद खराब औसत के साथ कुल 31 रन बनाए थे।
वह 4 पारियों में दहाई का आंकड़ा भी नहीं छू सके थे। वह सीरीज के पहले टेस्ट के लिए उपलब्ध नहीं थे। इसके बाद लगातार निराशजनक प्रदर्शन के बाद वह सीरीज के आखिरी टेस्ट में नहीं खेले थे। उस सीरीज में उनके स्कोर क्रमशः 3, 6, 10, 3 और 9 रन रहे थे।