AFI ने नेशनल जेवलिन कोच उवे हॉन को हटाया, नीरज चोपड़ा को दे चुके हैं कोचिंग
क्या है खबर?
भारतीय एथलेटिक्स फेडरेशन (AFI) ने नेशनल जेवलिन कोच जर्मनी के उवे हॉन से नाता तोड़ लिया है।
AFI के अध्यक्ष आदिले सुमरिवाला ने कहा कि फेडरेशन हॉन के काम से खुश नहीं हैं और जल्द ही दो नए विदेशी कोच नियुक्त किए जाएंगे।
बता दें दो दिवसीय कार्यकारी परिषद की बैठक में एथलीटों और कोचों के प्रदर्शन की समीक्षा के बाद बीते सोमवार को AFI ने यह निर्णय लिया है।
बयान
हॉन का प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है- सुमरिवाला
सुमरिवाला ने कहा, "हम हॉन को बदल रहे हैं। उनका प्रदर्शन अच्छा नहीं रहा है। हम दो नए कोच लाएंगे। हमें जो करना है हम कर रहे हैं। जो लोग सोचते हैं कि विश्लेषण नहीं हो रहा है और कार्रवाई नहीं हो रही है, सब कुछ किया जा रहा है।"
हालांकि, ओलंपिक के लिए नीरज चोपड़ा को कोचिंग देने वाले बायोमैकेनिकल विशेषज्ञ क्लॉस बार्टोनिट्ज टीम के साथ अपना कार्यकाल जारी रखेंगे
बयान
हम अच्छा कोच पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं- ललित के भनोट
AFI योजना आयोग के प्रमुख ललित के भनोट ने कहा कि नीरज चोपड़ा समेत शिवपाल सिंह और अन्नू रानी, कोच हॉन के साथ प्रशिक्षण नहीं लेना चाहते थे।
उन्होंने आगे कहा, "डॉ क्लॉस बार्टोनिट्ज बायो-मैकेनिकल विशेषज्ञ के रूप में कोच बने रहेंगे। हमें दो और कोच चाहिए। अच्छे कोच मिलना आसान नहीं है। लेकिन हम कम से कम एक और अच्छा कोच पाने की पूरी कोशिश कर रहे हैं।"
बयान
हॉन की प्रशिक्षण शैली और तकनीक अलग- नीरज चोपड़ा
2018 कॉमनवेल्थ गेम्स में चोपड़ा ने उनके साथ रहते हुए ही गोल्ड जीता था, लेकिन फिर वे जर्मनी के ही क्लॉस के साथ चले गए थे।
ओलंपिक पदक जीतने के बाद चोपड़ा ने कहा, "मैंने जो समय हॉन के साथ बिताया, वह अच्छा था और मैं उनका सम्मान करता हूं। मुझे लगा कि उनकी प्रशिक्षण शैली और तकनीक थोड़ी अलग थी। बाद में जब मैंने क्लॉस के साथ प्रशिक्षण लिया तो मुझे लगा कि उनकी योजना मेरे अनुकूल है।"
आलोचना
हॉन ने की थी SAI और AFI की आलोचना
इस साल जून में हॉन ने SAI और AFI की आलोचना की थी।
उन्होंने इंडियन एक्सप्रेस से कहा, "जब मैं यहां आया तो मुझे लगा कि मैं कुछ बदल सकता हूं लेकिन SAI या AFI के साथ शायद यह बहुत मुश्किल है। शिविरों या प्रतियोगिताओं के अलावा जब हम अपने पोषण विशेषज्ञ के माध्यम से अपने एथलीटों के लिए आवश्यक आहार मांगते हैं, तब भी हमें सही सामान नहीं मिलता है। यहां तक कि TOPS एथलीटों के लिए भी नहीं।"