एशिया कप रद्द होने के गांगुली के बयान में कोई दम नहीं है- PCB
क्या है खबर?
भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (BCCI) अध्यक्ष सौरव गांगुली ने बीते बुधवार को खुलासा किया था कि इस साल एशिया कप का आयोजन नहीं होगा।
गांगुली के इस बयान के आते ही क्रिकेट जगत में बड़ी हलचल मच गई है।
हालांकि, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के मीडिया डॉयरेक्टर समिउल हसन बर्नी का कहना है कि गांगुली के बयान में कोई दम नहीं है।
उन्होंने यह भी कहा कि निर्णय लेने का काम एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) का है।
बयान
एशिया कप का निर्णय केवल ACC ही लेगी- हसन
हसन ने कहा कि गांगुली के बयान से टूर्नामेंट पर कोई असर नहीं पड़ने वाला है और यदि वह हर हफ्ते भी कमेंट करते रहेंगे तो भी इसका कोई प्रभाव नहीं होने वाला है।
उन्होंने आगे कहा, "एशिया कप को लेकर निर्णय ACC द्वारा लिया जाएगा। घोषणा केवल ACC प्रेसीडेंट नजमुल हसन द्वारा ही की जा सकती है। जहां तक हमें पता है तो ACC की अगली मीटिंग का शेड्यूल भी अभी घोषित नहीं हुआ है।"
गांगुली का बयान
इंस्टाग्राम लाइव चैट पर दी गांगुली ने एशिया कप रद्द होने की जानकारी
इंडिया टुडे ग्रुप के सीनियर खेल पत्रकार विक्रांत गुप्ता के साथ लाइव इंस्टाग्राम चैट के दौरान गांगुली ने यह खुलासा किया।
विक्रांत ने गांगुली से IPL की संभावनाओं के बारे में पूछा जिसके जवाब में दादा ने कहा, "सरकार के नियम हमें पता चलेंगे और फिर हम देखेंगे कि क्या खिलाड़ियों का मैदान में आना सही है अथवा नहीं। एशिया कप तो रद्द हो चुका है। दिसंबर में हम अपनी पहली सीरीज़ खेलेंगे।"
PCB और BCCI
एशिया कप के लिए लगातार आमने-सामने आ रहे हैं PCB और BCCI
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) के CEO वसीम खान ने बीते महीने कहा था कि सितंबर या अक्टूबर में एशिया कप का आयोजन हो सकता है।
हालांकि, उनके इस बयान के तुरंत बाद ही BCCI के एक ऑफिशियल ने कहा था कि एशिया कप का आयोजन वास्तविकता से परे है।
उन्होंने कहा था कि PCB जिस विंडो की बात कर रही है वह भारत के लिए सही नहीं है।
एशिया कप की उम्मीदें
UAE या श्रीलंका में एशिया कप की थी उम्मीेदें
पिछले महीने ही रिपोर्ट्स आई थीं कि इस साल एशिया कप UAE या फिर श्रीलंका में खेला जा सकता है।
रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया था कि टूर्नामेंट का आयोजन शेड्यूल के हिसाब से सितंबर में ही होगा।
दरअसल भारत ने साफ कर दिया था कि वे एशिया कप के लिए पाकिस्तान नहीं जाएंगे और इसी कारण पाकिस्तान ने अपनी मेजबानी छोड़ने का फैसला लिया है।