पैरालंपिक में एक से ज्यादा पदक जीतने वाले भारतीय खिलाड़ियों पर एक नजर
क्या है खबर?
बीते रविवार को टोक्यो में खेले जा रहे पैरालंपिक खेलों का सफल समापन हुआ। भारत ने इन खेलों में पांच स्वर्ण सहित कुल 19 पदक जीते। यह पदकों के लिहाज से भारत के लिए सबसे शानदार पैरालंपिक खेल रहा है।
अवनि लेखारा और सिंहराज अधाना ने टोक्यो खेलों में दो-दो पदक जीते और भारत की सफलता में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
हम उन खिलाड़ियों पर एक नजर डालते हैं, जिन्होंने पैरालंपिक के इतिहास में एक से अधिक पदक जीते हैं।
लेखा-जोखा
टोक्यो पैरालंपिक में ऐसा रहा भारत का प्रदर्शन
टोक्यो पैरालंपिक में भारत की झोली में पांच स्वर्ण, आठ रजत और छह कांस्य पदक आए।
इससे पहले पैरालंपिक में भारत का सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन स्टोक मैंडविल एंड न्यूयॉर्क (1984) और रियो (2016) में आया था। इन दोनों चरणों में भारत ने चार-चार पदक जीते थे।
दिलचस्प बात यह है कि भारत ने टोक्यो संस्करण से पहले पैरालंपिक के इतिहास में केवल चार स्वर्ण पदक ही जीते थे।
#1
जोगिंदर सिंह बेदी
जोगिंदर सिंह बेदी ने 1984 में हुए न्यूयॉर्क (अमेरिका) और स्टोक मैंडविल (यूके) पैरालंपिक खेलों में उल्लेखनीय प्रदर्शन किया।
उन्होंने गोला फेंक स्पर्धा में रजत पदक जीता। इसके अलावा उन्होंने चक्का फेंक और भाला फेंक स्पर्धाओं में कांस्य पदक हासिल किए। उनके नाम संयुक्त रूप से सबसे अधिक पैरालंपिक पदक जीतने वाले भारतीय होने का रिकॉर्ड दर्ज है।
जोगिंदर, पैरालंपिक के एक चरण में तीन पदक जीतने वाले इकलौते भारतीय हैं।
#2
देवेंद्र झाझरिया
देवेंद्र झाझरिया ने 2004 में हुए एथेंस खेलों में पुरुषों की भाला फेंक में स्वर्ण पदक जीतकर पैरालंपिक पदक के लिए भारत के 20 साल के इंतजार को समाप्त कर दिया था। एथेंस में उन्होंने 62.15 मीटर का अपना थ्रो फेंका।
रियो (2016) में झाझरिया ने 63.97 मीटर भाला फेंका और पैरालंपिक में दो स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
वहीं उन्होंने टोक्यो पैरालंपिक में रजत पदक जीता है और तीन पैरालंपिक पदक वाले दूसरे भारतीय बने हैं।
#3
मरियप्पन थंगावेलु
मरियप्पन थंगावेलु ने 2016 में हुए रियो खेलों में ऊंची कूद स्पर्धा में 1.89 मीटर की दूरी तय कर स्वर्ण पदक जीता था। वह ऊंची कूद में स्वर्ण पदक जीतने वाले पहले भारतीय बने थे।
तमिलनाडु के थंगावेलु ने टोक्यो खेलों में रजत पदक पर कब्जा जमाया और एक से अधिक पदक वाले भारतीय खिलाड़ियों की फेहरिस्त में शामिल हुए। इस बार उन्होंने 1.86 मीटर का सर्वश्रेष्ठ प्रयास किया।
#4
सिंहराज अधाना
टोक्यो पैरालंपिक में सिंहराज अधाना ने 10 मीटर एयर पिस्टल (SH1) स्पर्धा में कांस्य पदक जीता। क्वालिफिकेशन स्टेज के बाद छठे स्थान पर रहने वाले अधाना ने फाइनल में कुल 216.8 अंकों का स्कोर किया।
इसके अलावा मिक्स्ड 50 मीटर पिस्टल (SH1) इवेंट में सिंहराज ने रजत पदक पर निशाना साधा। वह क्वालीफिकेशन राउंड में 536 अंक हासिल करके चौथे स्थान पर रहे थे। फाइनल में उन्होंने 216.7 अंको का स्कोर किया था।
#5
अवनि लेखारा
निशानेबाज अवनि लेखारा पैरालंपिक (महिलाओं की 10 मीटर एयर राइफल स्टैंडिंग SH-1 इवेंट) में स्वर्ण पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं।
उन्होंने अपना दूसरा पदक 50 मीटर राइफल थ्री पोजीशन SH-1 इवेंट में कांस्य पदक के रूप में जीता।
19 वर्षीय अवनी पैरालंपिक खेलों में एक से ज्यादा पदक जीतने वाली पहली भारतीय महिला बनीं हैं।