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इंवर्टर की बैटरी में कब डालें पानी? यहां जाने तरीका 
इंवर्टर की बैटरी में पानी कम होने पर इसका प्रदर्शन प्रभावित हो सकता है (तस्वीर: पिक्साबे)

इंवर्टर की बैटरी में कब डालें पानी? यहां जाने तरीका 

Jun 17, 2025
09:58 pm

क्या है खबर?

बिजली कटौती की समस्या को देखते हुए इंवर्टर गांव से लेकर शहर तक जरूरी हो गया है। इंवर्टर में सबसे खास घटक इसकी बैटरी होती है, जिसकी देखभाल करना अच्छे प्रदर्शन के लिए बेहद जरूरी हो जाता है। खासकर, बैटरी के पानी के लेवल को समय-समय पर चेक करना आवश्यक है। अगर आप भी इंवर्टर काम में लेते हैं तो आपको पता होना चाहिए कि इसमें पानी कब डालना चाहिए। आइये जानते हैं बैटरी में पानी कब और कैसे डालें।

असर 

पानी कम होने पर क्या पड़ता है असर?

इंवर्टर की बैटरी में समय के साथ पानी का स्तर कम होता जाता है, लेकिन इसमें पानी बदला नहीं जाता है, बल्कि उसका लेवल कम होने पर डिस्टिल्ड वाटर डालकर निर्धारित स्तर बनाए रखना पड़ता है। अगर, समय रहते इस पर ध्यान नहीं दिया जाए तो बैटरी ड्राई हो सकती है। इससे बैटरी का प्रदर्शन कमजोर पड़ जाता है। इसके अलावा इसके जल्द ही खराब होने की भी संभावना बढ़ जाती है।

समय 

कब डालें बैटरी में पानी?

इंवर्टर की बैटरी में पानी भरने का समय मॉडल के हिसाब से अलग-अलग होता है। इसलिए, निर्माता के दिए गए निर्देशों को जरूर पढ़ें। बैटरी में न्यूनतम और अधिकतम इंडिकेटर दिया होता है। अगर, पानी का लेवल न्यूनतम मार्क से नीचे चला गया है तो समझ लीजिए अब बैटरी में पानी भरने का समय आ गया है। इंवर्टर का कम इस्तेमाल होने पर 2-3 महीने में और ज्यादा काम आने पर 1-1.5 महीने में वाटर लेवल चेक करते रहें।

तरीका 

ऐसे डालें बैटरी में पानी 

अगर, बैटरी में पानी का लेवल न्यूनतम से कम है तो आपको इसमें और पानी डालने की आवश्यकता है। इसके लिए पानी भरने वाले वेंट प्लग को हटाएं और छेद में एक फनल रखें और धीरे-धीरे डिस्टिल्ड वाटर डालें। सभी बैटरी चेंबर्स के लिए इस प्रक्रिया को दोहराएं और निर्धारित स्तर तक सभी में पानी भर दें। इसके बाद वेंट प्लग को वापस चेंबर पर लगा दे। बैटरी और इसके आस-पास फैले पानी को सूखे कपड़े से साफ कर दें।