व्हाट्सऐप पर हिंदी में शुरू हुआ फैक्ट चेकिंग चैटबॉट, ऐसे करें इस्तेमाल
कोरोना वायरस संकट के बीच इंटरनेशनल फैक्ट चेकिंग नेटवर्क (IFCN) ने मार्च में एक व्हाट्सऐप चैटबॉट लॉन्च किया था। तब यह केवल इंग्लिश भाषा में था। अब इसे हिंदी में भी उपलब्ध करा दिया गया है। अब चैटबॉट हिंदी और इंग्लिश के अलावा स्पैनिश में भी उपलब्ध है। आप इसकी मदद से कोरोना वायरस से जुड़ी किसी भी अफवाह की सच्चाई जान सकते हैं और इसे इस्तेमाल करना बेहद आसान है। आइये, पूरी खबर जानते हैं।
चैटबॉट को इस्तेमाल कैसे करें?
जैसा हमने आपको पहले ही बताया कि इस चैटबॉट को इस्तेमाल करना काफी आसान है। इसके लिए आपको अपने फोन में +1 (727) 2912606 नंबर सेव करने होंगे। इसके बाद व्हाट्सऐप खोलें। सेव किए गए इस नंबर पर टैप करें और 'नमस्ते' लिखकर मैसेज भेजें। इसके बाद आपके नंबर पर यह चैटबॉट एक्टिवेट हो जाएगा और आप कोरोना वायरस से जुड़ी अफवाहों की सच्चाई पता लगा सकेंगे। चैटबॉट मुख्यत: फैक्ट चेकिंग का काम करता है।
व्हाट्सऐप ने दी थी IFCN को मदद
कोरोना संकट में फेक न्यूज को फैलने से रोकने के लिए व्हाट्सऐप ने पॉयन्टर इंस्टीट्यूट के IFCN को एक मिलियन डॉलर की मदद का ऐलान किया था। इस रकम को कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में जुटे #CoronaVirusFacts एलायंस के लिए इस्तेमाल किया जाएगा। इसमें 45 देशों के लगभग 100 संगठन शामिल हैं। यह एलायंस अफवाहों को दूर कर सच्चाई को लोगों के सामने रखता है। फिलहाल भारत में IFCN के 11 फैक्ट चेकिंग मेंबर हैं।
भारत सरकार ने भी जारी किया हेल्पडेस्क नंबर
भारत सरकार ने भी कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारियों के लिए हेल्पडेस्क स्थापित किया है। सरकार ने एक व्हाट्सऐप नंबर जारी किया है, जिस पर मैसेज कर आप इस खतरनाक वायरस से जुड़ी हर जानकारी अपने स्मार्टफोन पर पा सकते हैं। इसके लिए अपने फोन में 90131-51515 नंबर सेव करें और इस पर 'Hi' लिखकर भेजें। इसके बाद आप आगे के निर्देशों का अनुसरण कर कोरोना वायरस से जुड़ी जानकारी पा सकते हैं।
संकट के इस दौर में महामारी के साथ-साथ अफवाहों से भी बचें
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के बीच सोशल मीडिया पर इसे लेकर अफवाहें तेजी से फैल रही हैं। कुछ लोग लहसुन से इस बीमारी के इलाज आदि अफवाहें फैला रहे हैं, जिनका कोई वैज्ञानिक आधार नहीं है। एक जिम्मेदार नागरिक होने के नाते आपका भी फर्ज बनता है कि आप ऐसी किसी अफवाह के फेर में न पड़ें और न ही ऐसी अफवाहों को सोशल मीडिया पर फॉरवर्ड करें।