स्मार्टफोन हैक हो जाने पर सबसे पहले क्या करें?
क्या है खबर?
आजकल साइबर अपराधी स्मार्टफोन से निजी डाटा, बैंक जानकारी और पासवर्ड चुराने के लिए नए-नए तरीके अपना रहे हैं। वे फर्जी लिंक, फिशिंग ईमेल, नकली ऐप या वाई-फाई नेटवर्क के जरिए फोन में घुसपैठ करते हैं। यहां तक कि संक्रमित चार्जिंग केबल या सिम स्वैप के जरिए भी फोन का नियंत्रण लिया जा सकता है। एक बार हैक होने पर, फोन में मौजूद सारी निजी जानकारी खतरे में आ जाती है।
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हैक होने पर तुरंत उठाएं ये कदम
अगर आपको संदेह है कि आपका फोन हैक हो गया है, तो तुरंत अपने सभी महत्वपूर्ण अकाउंट्स के पासवर्ड बदलें। खासकर बैंक और ईमेल अकाउंट की सुरक्षा पर ध्यान दें और दो-कारक प्रमाणीकरण चालू रखें इसके अलावा, मोबाइल प्रदाता को सिम स्वैप की आशंका के बारे में तुरंत सूचित करें। संदिग्ध या अनजान ऐप्स को तुरंत हटाएं और फोन में सुरक्षा स्कैन जरूर चलाएं ताकि सभी खतरनाक फाइलें पूरी तरह हट सकें।
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डाटा की सुरक्षा के लिए आखिरी उपाय
अगर हालात गंभीर लगें और फोन ठीक न हो रहा हो, तो जरूरी डाटा का बैकअप लेकर फोन को फैक्टरी रीसेट करें। ऐसा करने से हैकर्स द्वारा डाला गया सारा खतरनाक सॉफ्टवेयर और वायरस मिट जाएगा। भविष्य में ऐसी घटना से बचने के लिए किसी भी संदिग्ध लिंक पर क्लिक न करें और केवल भरोसेमंद ऐप ही डाउनलोड करें। नियमित अपडेट और मजबूत पासवर्ड से फोन की सुरक्षा और गोपनीयता बढ़ती है।
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हैक हुए फोन की पहचान के संकेत
अगर आपका फोन हैक हुआ है तो वह सामान्य से अलग तरह से काम करेगा। बैटरी जल्दी खत्म होना, अचानक ज्यादा डाटा या बिल आना, ऐप्स का अपने आप खुलना-बंद होना, या अजीब नोटिफिकेशन आना इसके मुख्य संकेत हैं। कई बार कैमरा या माइक्रोफोन की अनुमति बिना पूछे चालू हो जाती है। अगर ऐसा कुछ दिखे तो समझिए फोन में गड़बड़ है और तुरंत उसकी जांच करवाएं या सुरक्षा स्कैन करें।