नासा के आर्टेमिस-3 के लिए एक्सिओम ने बनाया विशेष स्पेससूट, क्या है यह मिशन?
नासा अपने आर्टेमिस-3 मिशन पर काम कर रही है, जिसे सितंबर, 2026 में लॉन्च करने की योजना बनाई जा रही है। हाल ही में, एक्सिओम स्पेस और प्रादा ने इस मिशन के लिए एक विशेष स्पेससूट का अनावरण किया है। आर्टेमिस-3 मिशन मानवयुक्त चंद्रमा मिशन होगा, जो भविष्य की चंद्रमा खोज के लिए महत्वपूर्ण है और इसका उद्देश्य चंद्रमा पर स्थायी मानव उपस्थिति स्थापित करना है। यह मिशन अंतरिक्ष के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगा।
मिशन में 4 अंतरिक्ष यात्री होंगे शामिल
आर्टेमिस-3 मिशन में 4 अंतरिक्ष यात्री होंगे, जिनमें से 2 चंद्रमा की सतह पर उतरेंगे। यह मिशन चंद्रमा पर उतरने का एक महत्वपूर्ण कदम है। चंद्रमा पर उतरने के लिए नासा ने 'हेलियोक' नामक एक लैंडर बनाया है, जो अंतरिक्ष यात्रियों को सुरक्षित रूप से चंद्रमा की सतह पर उतारेगा लैंडर के उतरने के बाद अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा पर विभिन्न कार्य करेंगे, जो विज्ञान और खोज के लिए महत्वपूर्ण होंगे। इससे हमें चंद्रमा के बारे में और जानकारी मिलेगी।
क्या है इस मिशन का प्रमुख उद्देश्य?
मिशन का उद्देश्य चंद्रमा के दक्षिण ध्रुव पर उतरना है, जहां पानी और अन्य संसाधन हो सकते हैं। मिशन के दौरान, अंतरिक्ष यात्री चंद्रमा की सतह के विभिन्न हिस्सों की खोज करेंगे और वैज्ञानिक डाटा इकट्ठा करेंगे, जिससे चंद्रमा की उत्पत्ति और भूविज्ञान का अध्ययन किया जा सके। इसका उद्देश्य चंद्रमा पर स्थायी मानव उपस्थिति स्थापित करना है, जो भविष्य में मंगल ग्रह पर मिशनों की तैयारी में मदद करेगा। इससे चंद्रमा और पृथ्वी के लिए शोध के अवसर खुलेंगे।
मिशन के लिए किया गया विशेष स्पेससूट का निर्माण
इटली के मिलान में बीते दिन (16 अक्टूबर) अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष यात्री सम्मेलन में एक्सिओम स्पेस और प्रादा ने आर्टेमिस-3 मिशन के लिए नया स्पेससूट पेश किया, जिसे एक्सिओम एक्स्ट्रावेहिकुलर मोबिलिटी यूनिट (xEMU) नाम दिया गया है। यह स्पेससूट चंद्रमा के कठोर वातावरण के लिए खास तरीके से बनाया गया है। इसकी बाहरी परत सफेद रंग की होगी, जो गर्मी को परावर्तित करती है और अंतरिक्ष यात्रियों को अत्यधिक तापमान और चंद्रमा की धूल से बचाती है।
विशेष सिलाई तकनीकों का इस्तेमाल
इस स्पेससूट में प्रादा की डिजाइन टीम ने उच्च गुणवत्ता वाली सामग्रियों और विशेष सिलाई तकनीकों का इस्तेमाल किया है। ये विशेषताएं सूट को आरामदायक और उपयोगी बनाती हैं। एक्सिओम स्पेस के अधिकारियों ने बताया कि इस सूट में नई इंजीनियरिंग और रचनात्मक डिजाइन का प्रयोग किया गया है। यह सूट अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा की सतह पर सुरक्षित और कुशलता से काम करने में मदद करेगा, जो भविष्य के अंतरिक्ष अध्ययन के लिए महत्वपूर्ण है।
अन्य विशेषता
नासा के xEMU स्पेससूट को AxEMU द्वारा और बेहतर बनाया गया है। यह स्पेससूट चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर काम करने के लिए लचीला, सुरक्षित और उच्च प्रदर्शन वाला है। इसमें क्रू मेंबर्स की सुरक्षा के लिए कई सिस्टम हैं और यह 2 घंटे तक ठंडी जगहों में रह सकता है। इसमें खास दस्ताने, हेलमेट और कूलिंग तकनीक शामिल हैं। AxEMU ने पिछले 2 वर्षों में सूट में सुधार किया है और यह अब अंतिम परीक्षण चरण में है।