इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी क्या है? फोन के इस कैमरे की होती है ये खासियत
स्मार्टफोन के कैमरों से फिल्मों तक की शूटिंग होने लगी है। यूट्यूब वीडियो और रील्स तो लोग पहले से ही फोन के कैमरों से बना रहे हैं। ऐसे में फोन कंपनियों के बीच बेहतर कैमरा देने का मुकाबला बढ़ा है। स्मार्टफोन में आमतौर पर 3 या 4 सेंसर वाला कैमरा सिस्टम दिया जा रहा है। हालांकि, इनमें एक कैमरा या सेंसर ही सबसे ज्यादा पावरफुल होता है। नया ट्रेंड इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी का है। जान लेते हैं यह क्या है।
फिजिकल तरीके से जूम करता है इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी
बजट रेंज वाले स्मार्टफोन में कंपनियां भले ही 3-4 लेंस वाला कैमरा देती हैं, लेकिन उनसे खींची गई फोटो या रिकॉर्ड किए गए वीडियो को बड़े स्क्रीन पर देखा जाता है तो उनकी क्लियरिटी खत्म हो जाती है। इसी कमी को पूरा करती है इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी। इस टेक्नोलॉजी पर आधारित फोन का कैमरा ध्यान से देखने पर पता चलता है कि इसका लेंस फिजिकल तरीके से जूम-इन और जूम-आउट होता है।
फोटो की क्वालिटी से नहीं समझौता करती ये टेक्नोलॉजी
इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी के जरिए फोटो की क्वालिटी से समझौता किए बिना फोन का कैमरा जूम के दौरान भी बेहतर फोटो खींच सकता है। सैमसंग, वनप्लस और रियलमी जैसी कंपनियां अपने कुछ स्मार्टफोन में इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी देती हैं और विज्ञापन में इस फीचर पर जोर देती हैं। इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी फोन के प्राइमरी कैमरे में दी जाती है और यह फीचर कम से कम 108 मेगापिक्सल वाले सेंसर में दिया जाता है।
टेलीफोटो लेंस की तरह काम करती है इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी
इन-सेंसर जूमिंग टेक्नोलॉजी के साथ 108 मेगापिक्सल वाला कैमरा आमतौर पर 12 मेगापिक्सल की तस्वीरें खींचता है। इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी टेलीफोटो लेंस की तरह ही काम करता है। इसमें एपर्चर सेंसर में अधिक रोशनी देता है। इससे इन-सेंसर जूम ज्यादा डिटेल के साथ फोटो खींच पाता है और इससे साफ फोटो आती है। सामान्य कैमरों को जब जूम इन किया जाता है तो वो फोटो को डिजिटल तरीके से जूम करता है तो इनकी तस्वीर उतनी साफ नहीं रहती।
फोन के सामान्य कैमरे से बेहतर है इन-सेंसर जूम
अब अगर निष्कर्ष की बात करें तो जितनी बेहतरीन फोटो टेलीफोटो लेंस के जरिए ली जाती हैं, उतनी अच्छी फोटो इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी के जरिए नहीं खींची जा सकती। दरअसल, टेलीफोटो लेंस डिजिटल कैमरों/DSLR में इस्तेमाल किए जाते हैं और इनके लेंस का साइज काफी बड़ा होता है। इन-सेंसर जूम टेक्नोलॉजी फोन के सामान्य कैमरों के मुकाबले बेहतर है। हालांकि, ये साफ है कि इन-सेंसर जूम कैमरे की तस्वीरें सामान्य फोन के कैमरे की तुलना में बेहतर होती हैं।