
क्या है कपोला खिड़की और अंतरिक्ष से पृथ्वी को कैसे देख पाएंगे शुभांशु शुक्ला?
क्या है खबर?
भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला एक्सिओम-4 मिशन के तहत आज (25 जून) अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) के लिए रवाना हो गए हैं। ऐसा मौका 4 दशक बाद आया है जब कोई भारतीय अंतरिक्ष की यात्रा पर निकला है। शुक्ला ऐसे पहले भारतीय अंतरिक्ष यात्री होंगे जो ISS पर पहुंचेंगे। ISS पर पहुंचकर वह कपोला खिड़की से पृथ्वी को देखेंगे। आइए जानते हैं ISS पर मौजूद कपोला खिड़की क्या है और इसकी खासियत क्या है।
कपोला खिड़की
क्या है कपोला खिड़की और क्यों है खास?
कपोला ISS पर एक खास खिड़की वाला इलाका है, जिससे अंतरिक्ष यात्री चारों ओर देख सकते हैं। यह गोल आकार की संरचना है, जिसमें 7 कांच की खिड़कियां होती हैं। यहां से पृथ्वी, महासागर, महाद्वीप, बादल और शहरों की रोशनी को साफ देखा जा सकता है। अंतरिक्ष यात्री इसे पृथ्वी का सबसे अच्छा दृश्य बिंदु मानते हैं। यही वह जगह है जहां खड़े होकर शुक्ला भारत समेत पूरी दुनिया की झलक अंतरिक्ष से ले पाएंगे।
नजारा
हर दिन दिखेंगे 16 सूर्योदय और 16 सूर्यास्त
ISS हर 90 मिनट में पृथ्वी का एक चक्कर लगाता है, इसलिए वहां मौजूद अंतरिक्ष यात्रियों को हर दिन 16 बार सूर्योदय और 16 बार सूर्यास्त देखने को मिलते हैं। इससे आसमान के रंग तेजी से बदलते रहते हैं, जो बेहद खूबसूरत दृश्य होता है। शुक्ला को यह नजारे कपोला खिड़की से बहुत ही करीब से दिखाई देंगे। यह अनुभव उनके लिए और भारत के लोगों के लिए एक अद्भुत प्रेरणा और गर्व का क्षण बन सकता है।