नहीं बदलेगी ट्विटर होम फीड, यूजर्स की नाराजगी के बाद वापस लिया फैसला
माइक्रोब्लॉगिंग प्लेटफॉर्म ट्विटर ने यूजर्स की नाराजगी और आलोचना के बाद दो फीड टैब्स दिखाने का फैसला वापस से लिया है। ट्विटर अपनी iOS ऐप में दो टैब्स टेस्ट कर रही थी, जिनके साथ एल्गोरिदम की मदद से क्यूरेट किए गए और लेटेस्ट ट्वीट्स अलग-अलग देखे जा सकते थे। यूजर्स को यह बदलाव पसंद नहीं आया और कंपनी ने फिर से पुरानी क्रोनोलॉजिकल फीड ऐप में दिखाना शुरू कर दिया है। कंपनी अब प्लेटफॉर्म पर क्रोनोलॉजिकल ऑर्डर में ट्वीट्स दिखाएगी।
होम फीड पर दो टैब्स दे रही थी ट्विटर
मार्च की शुरुआत में किए बदलाव के साथ ट्विटर ने क्रोनोलॉजिकल फीड को एक अलग टैब में दिखाना शुरू कर दिया था। इस तरह ऐप के होम पेज पर सबसे जल्दी किए गए ट्वीट्स सबसे ऊपर नहीं दिखते थे। इनकी जगह कंपनी वे ट्वीट्स होम फीड में दिखा रही थी, जो यूजर की पसंद से जुड़े थे। बता दें, होम टैब में ट्वीट्स का क्रम ट्विटर का खास एल्गोरिदम तय करता था।
ट्विटर ने मानी अपने यूजर्स की बात
होम फीड में लेटेस्ट ट्वीट ऊपर ना दिखाने और दो टैब्स का आइडिया यूजर्स को पसंद नहीं आया। ढेरों यूजर्स ने लिखा कि वे पुरानी क्रोनोलॉजिकल फीड वापस चाहते हैं तो दो टैब्स में से चुनाव नहीं करना चाहते। यूजर्स की नाराजगी और आलोचना को देखते हुए सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ने इस बदलाव को वापस लेने का फैसला किया है। कंपनी ने इतना जरूर कहा है कि वह होम फीड को बेहतर बनाने के लिए दूसरे विकल्प भी तलाशेगी।
ट्वीट में दी जानकारी
स्पार्कल पर टैप करते ही दिखते हैं नए ट्वीट्स
अभी ट्विटर की होम-स्क्रीन पर दिखने वाले 'स्पार्कल' आइकन पर क्लिक करते ही यूजर्स के लिए 'लेटेस्ट' टाइमलाइन इनेबल हो जाती है। इस टाइमलाइन में यूजर्स को सबसे जल्दी किए गए ट्वीट्स ऊपर दिखने लगते हैं। कंपनी ने इस सिस्टम में बदलाव किया था और स्पार्कल आइकन के बजाय दो अलग-अलग टैब्स दिखा रही थी। ये टैब्स होम और लेटेस्ट ट्वीट्स थे, जिनमें से एक को चुनकर ट्वीट्स स्क्रॉल किए जा सकते थे।
ऐप ओपेन करने पर नहीं दिखते थे लेटेस्ट ट्वीट्स
जिन iOS यूजर्स को नया टैब इंटरफेस दिख रहा था, उन्होंने पाया कि ऐप ओपेन करने पर उन्हें लेटेस्ट ट्वीट्स ऊपर नहीं दिखते। यूजर्स ने शिकायत की थी कि लेटेस्ट फीड पर स्विच करने के बाद भी जब वे ऐप को दोबारा ओपेन करते हैं तो होम फीड ही सामने दिखाई जाती है। इस तरह कई बार सबसे जल्दी किए गए जरूरी ट्वीट्स यूजर्स को नहीं दिखते और बार-बार लेटेस्ट टैब चुनना पड़ता।
दूसरे प्लेटफॉर्म्स पर भी ऐसा दबाव
रिपोर्ट्स की मानें तो ट्विटर की ओर से यह बदलाव टेक कंपनियों पर उनके एल्गोरिदम रिकमेंडेशंस को ज्यादा पारदर्शी बनाने से जुड़ा दबाव पड़ने के बाद किया गया है। फोटो शेयरिंग ऐप इंस्टाग्राम ने भी हाल ही में यूजर्स को दोबारा क्रोनोलॉजिकल फीड ऑप्शन देने का वादा किया है। यूजर्स को लगता है कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स इसे नियंत्रित कर रहे हैं कि उन्हें स्क्रीन पर क्या दिखेगा, जिसके चलते पारदर्शिता और क्रोनोलॉजिकल फीड की मांग बढ़ी है।
न्यूजबाइट्स प्लस
पिछले सप्ताह ट्विटर ने टॉर (द अनियन राउटर) नेटवर्क पर अपनी वेबसाइट लॉन्च कर दी है। ट्विटर के इस प्राइवेसी-प्रोटेक्टेड वर्जन का फायदा यह होगा कि यह रूस की ओर से लगाए गए प्रतिबंध को बायपास कर सकेगा।