
तिरुमाला को मिला भारत का पहला AI एकीकृत तीर्थयात्री कमांड सेंटर
क्या है खबर?
भारत में तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम (TTD) ने 25 सितंबर को एक नया आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) एकीकृत कमान और नियंत्रण केंद्र (ICCC) शुरू किया। यह केंद्र तीर्थस्थल में भीड़ प्रबंधन, कतारों को तेज करने और सुरक्षा बढ़ाने में मदद करेगा। NRI दानदाताओं की सहायता से बनी इस सुविधा का उद्घाटन आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू ने किया। यह भारत का पहला ऐसा AI सिस्टम है, जो तीर्थयात्रियों की सुरक्षा निगरानी को स्मार्ट तरीके से नियंत्रित करेगा।
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ICCC की विशेषताएं और तकनीक
ICCC भौतिक और साइबर निगरानी को एक ही AI संचालित केंद्र में एकीकृत करता है। इसमें बहु-विभागीय वीडियो फीड, लाइव डैशबोर्ड, 3D मानचित्र और उन्नत कैमरे हैं। यह भीड़ भविष्यवाणी, कतार विश्लेषण और सुरक्षा निगरानी में मदद करता है। केंद्र में ऑटोमैटिक अलर्ट, चेहरे की पहचान और संकट संकेतों के लिए 3D विजुअलाइजेशन उपलब्ध है, जो तीर्थस्थल में दर्शनियों की सुरक्षा और व्यवस्था को और अधिक बेहतर और सुनिश्चित बनाता है।
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सिलिकॉन वैली से प्रेरित दृष्टि
ICCC का डिजाइन IT मंत्री नारा लोकेश की सिलिकॉन वैली यात्रा से प्रेरित है। उन्होंने स्मार्ट सिटी और डिजिटल ट्विन्स जैसी तकनीकों का अध्ययन किया। प्रवासी भारतीय नेताओं के सहयोग से केंद्र को त्योहारों और भारी भीड़ के समय के लिए कार्यशील बनाया गया। यह प्रणाली उच्च-प्रदर्शन कंप्यूटिंग, मल्टी-स्ट्रीम वीडियो और इवेंट डाटा प्रोसेसिंग का उपयोग कर तीर्थस्थल की निगरानी और सुरक्षा को और अधिक प्रभावी, सुरक्षित, तेज और सुदृढ़ बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है।
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ICCC से तीर्थस्थल की सुरक्षा और व्यवस्थाएं
ICCC में तिरुमला की निगरानी के लिए 6,000 से अधिक AI कैमरे हैं। यह हर मिनट 3.60 लाख पेलोड और प्रतिदिन 51.8 करोड़ घटनाओं को प्रोसेस करता है। TTD के अनुसार, श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में प्रतिदिन 50,000 से 1 लाख लोग दर्शन करते हैं, विशेष अवसरों पर यह संख्या और बढ़ जाती है। ICCC तीर्थस्थल में भीड़ नियंत्रण, कतार प्रबंधन और सुरक्षा सुनिश्चित करता है, साथ ही आपातकालीन स्थितियों में तत्काल प्रतिक्रिया और तीर्थयात्रियों की सुविधा प्रदान करता है।