डेटिंग ऐप टिंडर पर मिलेगा वेरिफिकेशन बैज, प्रोफाइल पर दिखेगी अलग पहचान
लोकप्रिय डेटिंग ऐप टिंडर अपने यूजर्स को जल्द प्रोफाइल पर ट्विटर और इंस्टाग्राम जैसे प्लेटफॉर्म्स की तरह वेरिफिकेशन बैज दे सकती है। डेटिंग ऐप पर यूजर्स को दिखाए जाने वाले अकाउंट्स असली हैं या नहीं, इनकी पहचान के लिए टिंडर ID वेरिफिकेशन फीचर ला रही है। इस तरह अपनी गवर्मेंट या आधिकारिक ID सबमिट कर यूजर्स टिंडर पर अपनी पहचान तय कर सकेंगे। यह फीचर जापान में 2019 में आया था और अगले कुछ महीनों में ग्लोबली रोलआउट किया जाएगा।
प्रोफाइल पर दिखेगा वेरिफिकेशन बैज
टिंडर ऐप में पहले ही एल्गोरिद्म-पावर्ड फोटो वेरिफिकेशन फीचर मिलता है, जिससे नए यूजर्स कन्फर्म कर सकें कि प्रोफाइल पर अपलोड की गई तस्वीर उनकी ही है और फेक नहीं है। इसके लिए यूजर्स को फोन का सेल्फी कैमरा ओपेन करने के बाद अपना चेहरा स्कैन करना होता है। ऐसा करने वाले यूजर्स के प्रोफाइल पर ब्लू टिक दिखता है और ID वेरिफिकेशन करने पर यूजर्स के प्रोफाइल पर एक बैज दिखाया जाएगा।
दो साल पहले आया था वेरिफिकेशन फीचर
यूजर्स की सुरक्षा को देखते हुए टिंडर ने ID वेरिफिकेशन फीचर की शुरुआत 2019 में जापान में की थी। जापान के कानून में साफ कहा गया था कि यूजर्स के लिए यह साबित करना जरूरी है कि उनकी उम्र 18 साल से ज्यादा है। टिंडर ने एक ब्लॉग पोस्ट में बताया है कि दुनिया के सभी यूजर्स के लिए रोलआउट होने के बाद यह फीचर वॉलेंटियरी होगा, यानी कि यूजर्स के लिए ID सबमिट करना अनिवार्य नहीं होगा।
क्रेडिट कार्ड इन्फॉर्मेशन की सुरक्षा तय करती है टिंडर
टिंडर ID वेरिफिकेशन के साथ यूजर्स के डाटा को सेक्स ऑफेंडर्स की रजिस्ट्री के साथ क्रॉस-रेफर कर देखती है। टिंडर अपने यूजर्स को भरोसा दिला रही है कि सभी यूजर्स के लिए ID वेरिफिकेशन फ्री में किया जाएगा। कंपनी पहले भी यूजर्स के क्रेडिट कार्ड डीटेल्स को ऑफेंडर्स के डाटाबेस से क्रॉस-चेक करती रही है लेकिन फ्री यूजर्स के साथ ऐसा नहीं किया जाता। यानी कि फ्री यूजर्स अब भी पूरी तरह सुरक्षित नहीं हैं।
भारत में लॉन्च हुआ टिंडर सेफ्टी सेंटर
टिंडर ने भारतीय यूजर्स के लिए अपनी सेवा में नया सेफ्टी सेंटर शामिल किया है। नए सेंटर के साथ यूजर्स आसानी से वे फीचर्स ऐक्सेस कर सकते हैं, जो ऐप पर उनकी जानकारी और प्राइवेसी को प्रभावित करते हैं। इन सेटिंग्स और टूल्स को अलग-अलग खोजने के बजाय यूजर्स एक ही टैब में ऐक्सेस कर सकेंगे। टिंडर का कहना है कि इस सेफ्टी सेंटर के साथ यूजर्स को सुरक्षित तरीके से डेटिंग के टिप्स दिए जाएंगे।
LGBTQ+ समुदाय के लिए भी कई सेफ्टी फीचर्स
टिंडर ऐप के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह है कि ये टूल्स वॉलेंटियरी हैं और ऐप के सभी यूजर्स को इनका इस्तेमाल करना होगा। इन फीचर्स का इस्तेमाल अनिवार्य ना होने के चलते इस बारे में कन्फर्म कुछ नहीं कहा जा सकता । इसके अलावा टिंडर ऐप में LGBTQ+ समुदाय से जुड़े यूजर्स के लिए बायो गाइडेंस सेफ्टी फीचर्स भी दिए गए हैं। ये यूजर्स अनफ्रेंडली कम्युनिटी में अपने प्रोफाइल छुपा सकते हैं।