भारत में वापस आ सकती है टिक-टॉक, सामने आई नई जानकारी
भारत में दो साल पहले बैन की गई शॉर्ट वीडियो शेयरिंग ऐप टिक-टॉक की देश में वापसी हो सकती है। संकेत मिले हैं टिक-टॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस नई पार्टनरशिप के जरिए ऐसा करने की योजना बना रही है। इकोनॉमिक टाइम्स ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि बाइटडांस भारत में हीरानंदानी ग्रुप के साथ पार्टनरशिप की कोशिश में है। कंपनी अपने पुराने कर्मचारियों के साथ मार्केट में दोबारा कदम रख सकती है।
हीरानंदानी ग्रुप के पास हैं डाटा सॉल्यूशंस
भारत में जून, 2020 में सरकार की ओर से लोकप्रिय शॉर्ट वीडियो ऐप को चीन के साथ तनाव के चलते बैन कर दिया गया था। अब हीरानंदानी ग्रुप इसकी वापसी में मदद कर सकता है, जिसके पास योट्टा इंफ्रास्ट्रक्चर सॉल्यूशंस के साथ डाटा सेंटर ऑपरेशंस की क्षमता है। कंपनी ने हाल ही में एक कंज्यूमर सर्विस आर्म तेज प्लेटफॉर्म्स नाम से लॉन्च की है और नए बिजनेस में अगले दो-तीन साल में 3,500 करोड़ रुपये का निवेश कर सकती है।
भारत में डाटा स्टोर करना जरूरी
सरकार के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, "अब तक इस बारे में कोई आधिकारिक बात नहीं हुई है, लेकिन हमें उनकी योजनाओं से जुड़ी सूचना मिली है। वे हमारी सहमति के लिए आएंगे, तब हम आवेदन की जांच करेंगे।" उन्होंने कहा, "यूजर्स का क्रिटिकल डाटा भारत से बाहर नहीं स्टोर किया जाना चाहिए। सभी ऐप्स और वेबसाइट्स इससे जुड़े जरूरी बदलाव कर रही हैं। अगर वे वापस आती हैं तो उन्हें भी ये नियम मानने होंगे।"
न्यूजबाइट्स प्लस
टिक-टॉक की पैरेंट कंपनी बाइटडांस ने शॉर्ट-फॉर्म वीडियो ऐप के लिए पिछले साल जुलाई में एक ट्रेडमार्क फाइल किया है, जिमें ऐप का टाइटल 'TickTock' (टिकटॉक) दिख रहा है। यानी कि ऐप नए नाम से भी लॉन्च हो सकती है।
गेमिंग मार्केट में भी कदम रख रही है टिक-टॉक
टिक-टॉक ऐप मोबाइल गेमिंग के क्षेत्र में कदम रखने जा रही है और HTML5 मिनी-गेम्स टेस्ट कर रही है। कंपनी ने वियतनाम में इसकी टेस्टिंग शुरू की है और बाद में इसे बाकी मार्केट्स में भी रोलआउट किया जा सकता है। टिक-टॉक ने कहा, "हम हमेशा अपने प्लेटफॉर्म को बेहतर बनाने की कोशिश में रहते हैं और लगातार नए फीचर्स की टेस्टिंग करते रहते हैं, जिससे कम्युनिटी को अच्छा अनुभव दिया जा सके।"
डाउनलोड्स और कमाई दोनों में नंबर-1 है टिक-टॉक
सेंसर टावर की रिपोर्ट के मुताबिक, टिक-टॉक (चीन में iOS पर डूयिन प्लेटफॉर्म को मिलाकर) ने सबसे ज्यादा कमाई करने वाली नॉन-गेम ऐप के तौर पर अपनी पोजीशन बरकरार रखी है और ऐपल ऐप स्टोर पर टॉप पर है। वहीं, साल 2022 की पहली तिमाही में टिक-टॉक ने 82.1 करोड़ डॉलर्स की कमाई की है। गूगल प्ले स्टोर पर कमाई के मामले में ऐप गूगल वन के बाद दूसरी पोजीशन पर रही और इसने 25 करोड़ डॉलर्स की कमाई की।
टिक-टॉक को मिले गूगल से ज्यादा हिट्स
बीते दिनों BBC की रिपोर्ट में बताया गया कि शॉर्ट वीडियो ऐप टिक-टॉक को इस साल अमेरिकी सर्च इंजन गूगल से ज्यादा हिट्स मिले। इन वेबसाइट्स की रैंकिंग से जुड़ा डाटा IT सुरक्षा कंपनी क्लाउडफ्लेयर की ओर से शेयर किया गया है। वेबसाइट रैंकिंग्स में सामने आया है कि इस साल फरवरी, मार्च और जून में टिक-टॉक ने गूगल को पीछे छोड़ दिया और अगस्त तक पहली पोजीशन पर बरकरार रही।