
स्पेस-X ने सफलता से पूरा किया दुनिया के सबसे बड़े राकेट का 10वां परीक्षण
क्या है खबर?
स्पेस-X कई असफल प्रयासों के सिलसिले को तोड़ते हुए आखिरकार अपने नई जनरेशन के रॉकेट स्टारशिप का 10वां उड़ान परीक्षण सफलता से पूरा करने में कामयाब हो गई। रॉकेट सफलतापूर्वक पृथ्वी पर वापस आ गया और प्रारंभिक प्रक्षेपण के लगभग एक घंटे बाद हिंद महासागर में गिर गया। दुनिया का सबसे शक्तिशाली यह रॉकेट भविष्य में अंतरिक्ष यात्रियों को चंद्रमा और मंगल ग्रह तक ले जाएगा। इसकी सफल उड़ान कंपनी के प्राथमिक उद्देश्यों के लिए अहम मानी जा रही है।
कब और कहां
रॉकेट कब और कहां से भरी उड़ान?
रॉकेट ने दक्षिण टेक्सास स्थित स्टारबेस के लांच टॉवर से मंगलवार को स्थानीय समयानुसार शाम 6:30 बजे (भारतीय समयानुसार रात 11:30 बजे) टेक्सास से 60 मिनट की रोमांचक उड़ान के लिए रवाना हुआ। पिछले मिशनों के विपरीत स्टारशिप उड़ान भरने के एक घंटे से कुछ अधिक समय बाद ऑस्ट्रेलिया के पश्चिम में हिंद महासागर में लैंडिंग बर्न और स्प्लैशडाउन के साथ पृथ्वी उतारने में सफल रहा। पिछले मिशन तकनीकी समस्याओं के कारण समय से पहले ही समाप्त हो गए थे।
खासियत
कैसा है यह रॉकेट
स्टारशिप और सुपर हैवी बूस्टर का संयोजन 400 फीट से अधिक ऊंचा और स्टेनलेस स्टील से बना है। इसे फिर से उपयोग में लेने के लिए डिजाइन किया है। यह परीक्षण इंजीनियरिंग की दृष्टि से एक सफलता है, लेकिन यह आसानी से नहीं मिली। जून में एक स्टारशिप उड़ान-पूर्व इंजन परीक्षण के दौरान लॉन्च पैड पर फट गया। बता दें कि नासा की 2027 में चंद्रमा पर मनुष्यों को भेजने के लिए स्टारशिप का उपयोग करने की योजना है।
ट्विटर पोस्ट
ऐसे सफलता से पृथ्वी पर वापस लौटा स्टारशिप
Splashdown confirmed! Congratulations to the entire SpaceX team on an exciting tenth flight test of Starship! pic.twitter.com/5sbSPBRJBP
— SpaceX (@SpaceX) August 27, 2025