स्पेस-X ने 22 नए स्टारलिंक सैटेलाइट्स किए लॉन्च, जानें कैसे काम करते हैं
एलन मस्क के स्वामित्व वाली अंतरिक्ष कंपनी स्पेस-X ने आज (29 अक्टूबर) स्टारलिंक ब्रॉडबैंड सैटेलाइट्स के एक नए बैच को लॉन्च कर दिया। कंपनी ने कैलिफोर्निया के वैंडेनबर्ग स्पेस फोर्स बेस से दोपहर करीब 02:30 बजे फाल्कन 9 रॉकेट की मदद से 22 स्टारलिंक सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजा। सैटेलाइट्स को अंतरिक्ष में भेजने के करीब 8.5 मिनट बाद रॉकेट स्पेस-X के 'ऑफ कोर्स आई स्टिल लव यू ड्रोनशिप' पर लैंड करके पृथ्वी पर वापस आ गई।
स्टारलिंक सैटेलाइट कैसे करता है काम?
पहाड़ी और जंगली इलाकों में मोबाइल टावर लगाना या ब्रॉडबैंड केबल बिछाना और उनकी देखभाल करना कठिन काम है, लेकिन सैटेलाइट इंटरनेट के लिए टावर लगाने या तार बिछाने की जरूरत नहीं पड़ती। सैटेलाइट इंटरनेट सर्विस के लिए स्टारलिंक ग्राहकों को एक किट देती है। इस किट में डिश टीवी की तरह एक छतरी और वाई-फाई राउटर सहित कुछ अन्य चीजें होती हैं। स्टारलिंक सैटेलाइट से छतरी और फिर राउटर के जरिए लोगों को इंटरनेट मिलता है।
वर्तमान में सक्रिय हैं स्टारलिंक के 4,900 सैटेलाइट्स
स्पेस-X अब तक 5,000 से अधिक स्टारलिंक सैटेलाइट्स लॉन्च कर चुकी है, जिनमें से लगभग 4,900 सैटेलाइट्स वर्तमान में काम कर रहे हैं। रिपोर्ट के अनुसार, कंपनी के पास 12,000 सैटेलाइट्स तैनात करने की मंजूरी है और उसने 30,000 अतिरिक्त सैटेलाइट्स को लॉन्च करने की अनुमति के लिए आवेदन भी किया है। बता दें, कंपनी ने इस साल कुल 100 ऑर्बिटल मिशन लॉन्च करने का लक्ष्य रखा है और 2024 में कंपनी 144 ऑर्बिटल मिशन लॉन्च करना चाहती है।