नासा के आगामी चंद्र मिशनों के लिए यह कंपनी बनाएगी वाई-फाई सिस्टम
क्या है खबर?
अंतरिक्ष एजेंसी नासा ने अमेरिका की कंपनी सोलस्टार स्पेस के साथ एक अहम समझौता किया है। इस समझौते के तहत सोलस्टार चंद्रमा पर वाई-फाई सिस्टम तैयार करेगी। यह सिस्टम नासा के आर्टेमिस और कमर्शियल लूनर पेलोड सर्विसेज (CLPS) कार्यक्रमों में इस्तेमाल होगा। इससे चंद्र रोवर, मानव लैंडिंग सिस्टम, सेंसर, स्पेससूट और टैबलेट जैसे उपकरण मिशन के दौरान आपस में जुड़े रहेंगे और रीयल-टाइम डाटा का आदान-प्रदान आसानी से संभव हो सकेगा।
योजना
बजट और शुरुआती योजना
सोलस्टार को नासा से 1.5 लाख डॉलर (लगभग 1.30 करोड़ रुपये) की मदद मिली है। इस पैसे से कंपनी 6 महीने में चांद के लिए वाई-फाई का पहला डिजाइन बनाएगी। यह वाई-फाई सिस्टम चंद्र मिशनों में लगभग 14 दिन तक लगातार काम कर सकेगा। कंपनी चाहती है कि डिजाइन तैयार होते ही इसे जल्दी से जल्दी CLPS मिशनों में भेजा जाए, ताकि आने वाले चंद्र अभियानों में अंतरिक्ष यात्रियों और उपकरणों को अच्छी संचार सुविधा मिल सके।
चुनौतियां
तकनीकी क्षमता और चुनौतियां
सोलस्टार का प्रस्तावित लूनर वाई-फाई एक्सेस पॉइंट नासा की मल्टी-मोड, मल्टी-बैंड और अंतरिक्ष-रेटेड तकनीकी आवश्यकताओं को पूरा करेगा। यह सिस्टम चंद्रमा की बेहद ठंडी और गर्म तापीय परिस्थितियों और विकिरण का सामना कर सकेगा। इसके साथ ही, इसका आकार, वजन और ऊर्जा खपत सीमित रखी जाएगी। यह तकनीक अंतरिक्ष यात्रियों, रोबोटिक सिस्टम और चंद्र वाहनों को रीयल-टाइम मिशन डाटा, नेविगेशन और वैज्ञानिक सहयोग के लिए मजबूत संचार सुविधा प्रदान करेगी।
अनुभव
सोलस्टार का अनुभव और लक्ष्य
सांता फे, न्यू मैक्सिको स्थित सोलस्टार सैटेलाइट्स, अंतरिक्ष स्टेशनों और लॉन्च व्हीकल के लिए सतत संचार सेवाओं में विशेषज्ञ है। कंपनी के CEO ब्रायन बार्नेट ने इसे अंतरिक्ष कनेक्टिविटी के लिए बड़ा कदम बताया। उन्होंने कहा कि नासा जॉनसन स्पेस सेंटर के साथ काम करना खास अवसर है। सोलस्टार का लक्ष्य है चंद्रमा पर व्यावसायिक स्तर की कनेक्टिविटी लाना, जिससे भविष्य के चंद्र मिशनों में तेज और भरोसेमंद संचार सुनिश्चित हो सके।