
अमेरिका का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सेज अस भारत में लॉन्च, दूसरों से किस तरह है अलग
क्या है खबर?
अमेरिका का सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म सेज अस को भारत में आधिकारिक तौर पर लॉन्च किया गया है। इसका उपयोग पूर्व अमेरिकी विदेश मंत्री हिलेरी क्लिंटन और कैलिफोर्निया के गवर्नर गेविन न्यूसम जैसी हस्तियां भी करती हैं। दावा किया गया है कि यह प्लेटफॉर्म 'विषाक्तता-विरोधी' बातचीत और नागरिक संवाद को बढ़ावा देने पर केंद्रित है। कंपनी के मुख्य परिचालन अधिकारी (COO) अक्षय गुप्ता ने कहा कि यह प्लेटफॉर्म स्वस्थ बातचीत को बनाए रखने के लिए यूजर-संचालित मॉडरेशन को प्रोत्साहित करता है।
अलग
दूसरे प्लेटफॉर्म से अलग है यह
सेज अस अन्य प्लेटफॉर्म से अलग है, क्योंकि यह वायरलिटी और विषाक्तता को बढ़ावा देने वाले एल्गोरिदम का उपयोग नहीं करता है। इसके बजाय, इसमें एक अनूठा प्रतिष्ठा इंजन है, जो यूजर्स को पोस्ट को रेटिंग देने, चर्चाओं को नियंत्रित करने और प्रभावित करने की सुविधा देता है। इस तरह यह प्लेटफॉर्म सार्थक जुड़ाव को प्रोत्साहित और विघटनकारी व्यवहार को हतोत्साहित करता है। बॉट-फ्री वातावरण सुनिश्चित करने के लिए इसमें रजिस्ट्रेशन के लिए मोबाइल नंबर सत्यापन अनिवार्य है।
जुड़ाव
ब्लॉकचेन-संचालित सिंगल साइन-ऑन की सुविधा
इस प्लेटफॉर्म ने ब्लॉकचेन-संचालित सिंगल साइन-ऑन अनुभव पेश किया है। यह सुविधा यूजर्स को अपनी डिजिटल पहचान पर पूर्ण नियंत्रण और सोशल प्लेटफॉर्म पर निर्बाध रूप से नेविगेट करने की स्वतंत्रता प्रदान करती है। कंपनी ने प्रोजेक्ट लिबर्टी और फ्रीक्वेंसी नेटवर्क फाउंडेशन के सहयोग से इस एकीकरण को विकसित किया है। अक्षय गुप्ता ने कहा कि सेज अस पर यूजर्स का डाटा लाभ के लिए नहीं बेची जाता, जिससे उनका आर्थिक मॉडल निष्पक्ष और न्यायसंगत बनता है।