
शुभांशु शुक्ला ने ISS शुरू किए वैज्ञानिक परीक्षण, शैवाल से कैंसर तक पर शोध
क्या है खबर?
भारतीय वायु सेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला बीते हफ्ते अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन (ISS) पर पहुंचे। एक्सिओम-4 मिशन के तहत उनकी यह अंतरिक्ष यात्रा काफी खास रही, क्योंकि पहली बार कोई भारतीय ISS पर पहुंचा है। अपने 3 अन्य साथी अंतरिक्ष यात्रियों के साथ शुक्ला अब ISS पर विभिन्न वैज्ञानिक प्रयोग कर रहे हैं। चारों अंतरिक्ष यात्री 26 जून को स्पेस-X के फाल्कन 9 रॉकेट से नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से रवाना हुए थे।
प्रयोग
अंतरिक्ष में हो रहे हैं कई प्रयोग
शुक्ला ने माइक्रोग्रैविटी में शैवाल पर अध्ययन किया, जिसका भविष्य में भोजन के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है। मिशन कमांडर पैगी व्हिटसन कैंसर कोशिकाओं पर शोध कर रही हैं, जिससे नई दवाएं बनाने में मदद मिल सकती है। टीम ने न्यूरो मोशन VR और टेलीमेट्रिक हेल्थ AI पर भी काम किया। ये प्रोजेक्ट्स अंतरिक्ष में दिमाग, संतुलन और दिल की स्थिति पर असर का अध्ययन करने के लिए बनाए गए हैं।
दिशा
वैश्विक साझेदारी से मिल रही नई दिशा
इस मिशन में हंगरी और पोलैंड से भी अंतरिक्ष यात्री शामिल हैं। स्लावोज उज्नान्स्की ने माइक्रोग्रैविटी में तरल पदार्थों के व्यवहार का अध्ययन किया, जो अंतरिक्ष में दवा वितरण के लिए जरूरी हो सकता है। हंगरी के टिबोर कापू ने प्रधानमंत्री विक्टर ओर्बन से बातचीत की और अंतरिक्ष में अपने अनुभव साझा किए। इस मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने विकिरण सुरक्षा, अनुकूलन और वैज्ञानिक जिम्मेदारियों पर भी विशेष चर्चा की।