
वैज्ञानिकों को इस धूमकेतु पर मिले पानी के संकेत, नासा और ESA ने की पुष्टि
क्या है खबर?
अंतरिक्ष वैज्ञानिकों ने हाल ही में धूमकेतु 3I/एटलस पर पानी के निशान पाए हैं, जिसकी पुष्टि नासा और यूरोपीय अंतरिक्ष एजेंसी (ESA) ने की है। यह धूमकेतु किसी दूसरे तारामंडल से आया है और हमारे सौरमंडल में पाया जाने वाला तीसरा अंतरतारकीय पिंड है। वैज्ञानिकों के अनुसार, इस खोज से यह समझने में मदद मिल सकती है कि ब्रह्मांड में जीवन के तत्व कैसे एक तारामंडल से दूसरे तक पहुंचते हैं।
नजारा
मंगल के पास से ESA के यान ने देखा धूमकेतु
3 अक्टूबर को ESA के एक्सोमार्स ट्रेस गैस ऑर्बिटर (TGO) और मार्स एक्सप्रेस ने 3I/एटलस को मंगल के पास से गुजरते हुए देखा। यह ग्रह से करीब 3 करोड़ किलोमीटर की दूरी पर था। एक्सोमार्स TGO ने इस धूमकेतु की तस्वीरें लीं, जिसमें यह लगभग 2.1 लाख किलोमीटर प्रति घंटे की गति से अंतरिक्ष में तेजी से दौड़ता हुआ दिखा। अंतरिक्ष में यह नजारा देखना वैज्ञानिकों के लिए बेहद रोमांचक रहा।
महत्व
धूमकेतु पर पानी की पुष्टि और इसका महत्व
नासा की स्विफ्ट वेधशाला से मिले आंकड़ों के आधार पर वैज्ञानिकों ने हाइड्रॉक्सिल संकेतों के ज़रिए पानी की मौजूदगी की पुष्टि की। धूमकेतु हर सेकंड करीब 40 किलो द्रव्यमान के बराबर पानी छोड़ रहा था। यह खोज इसलिए खास है, क्योंकि यह धूमकेतु सूर्य से काफी दूर रहते हुए भी पानी छोड़ रहा था। विशेषज्ञों का मानना है कि इससे जीवन के तत्वों के तारों के बीच फैलने की नई संभावना सामने आई है।