
मंगोलिया में मिला डायनासोर की नई प्रजाति का अवशेष, टायरानोसॉर का पूर्वज होने का दावा
क्या है खबर?
वैज्ञानिकों ने मंगोलिया के एक संग्रहालय में डायनासोर की नई प्रजाति खोजी है, जो टायरानोसॉर का बहुत ही पुराना पूर्वज मानी जा रही है।
इसका नाम खानखुलु मंगोलिएन्सिस रखा गया है, जिसका मतलब 'मंगोलिया का ड्रैगन राजकुमार' है।
यह खोज 8.6 करोड़ साल पुराने 2 कंकालों के अध्ययन से हुई है। शोधकर्ताओं का मानना है कि यह खोज टायरानोसॉर के इतिहास को फिर से समझने में मदद कर सकती है।
खासियत
यह प्रजाति कैसे थी और क्यों खास है?
खानखुलु नाम की यह प्रजाति एक छोटे आकार का शिकारी डायनासोर था, जिसका वजन लगभग 750 किलो था।
यह आज के मशहूर टी.रेक्स का पूर्वज माना जा रहा है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यह डायनासोर पहले छोटे, तेज और फुर्तीले हुआ करते थे, लेकिन धीरे-धीरे इनका आकार और ताकत बढ़ती गई और ये बड़े शिकारी बन गए।
इस बदलाव को समझने के लिए यह नई प्रजाति बहुत जरूरी है।
विकास
टायरानोसॉर के विकास की नई जानकारी
इस डायनासोर की खोपड़ी की बनावट से यह पता चला है कि यह टायरानोसॉर की तरह मजबूत जबड़े वाला था।
इसकी नाक की हड्डियों में वे खास बदलाव थे, जो आगे चलकर बड़े शिकार को पकड़ने में मदद करते हैं। प्रोफेसर जेलेनित्स्की और शोधकर्ता वोरिस ने बताया कि इस खोज से टायरानोसॉर के परिवार की पूरी विकास यात्रा को समझने में मदद मिलती है।
यह एक तरह से विकास का बीच का चरण दिखाता है।
खोज
कैसे हुई खोज और उसका महत्व?
ये कंकाल 1970 के दशक में मंगोलिया में मिले थे, लेकिन तब इन्हें दूसरी प्रजाति समझा गया था।
बाद में जब पीएचडी छात्र जेरेड वोरिस ने इन्हें फिर से देखा, तो उन्हें टायरानोसॉर से मिलती-जुलती खासियतें दिखीं। इसके बाद नई पहचान की पुष्टि हुई।
शोधकर्ताओं का मानना है कि एशिया और अमेरिका के बीच भूमि पुल के कारण डायनासोर एक जगह से दूसरी जगह जा सके और इसी से उनके विकास को गति मिली।