AI इंफ्रास्ट्रक्चर में रिलायंस करेगी 1,300 अरब रुपये का निवेश, रिपोर्ट में किया दावा
क्या है खबर?
अरबपति मुकेश अंबानी की रिलायंस इंडस्ट्रीज अगले कुछ सालों में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगभग 12-15 अरब डॉलर (1,053-1,317 अरब रुपये) खर्च कर सकती है। मॉर्गन स्टेनली ने एक रिपोर्ट में कहा कि इसमें एक विशाल 1 गीगावाट डाटा सेंटर स्थापित करना भी शामिल हो सकता है। अगस्त में रिलायंस की वार्षिक शेयरधारक बैठक में एक नई सहायक कंपनी और रणनीतिक साझेदारी के माध्यम से AI में बड़े पैमाने पर प्रगति की घोषणा की थी।
योजना
कंपनी 4 मामलों पर देगी ध्यान
एक नई पूर्ण स्वामित्व वाली सहायक कंपनी रिलायंस इंटेलिजेंस समूह की AI पहलों काे आगे बढ़ाएगी, जो 4 स्तंभों- इंफ्रास्ट्रक्चर, साझेदारी, सर्विस और प्रतिभा पर केंद्रित होगी। इंफ्रास्ट्रक्चर के तहत वह गीगावाट-स्केल और AI डाटा सेंटर का निर्माण करेगी, जबकि साझेदारी पहल में वैश्विक तकनीकी कंपनियों से हाथ मिलाएगी। इसके साथ ही भारतीय उपभोक्ताओं, छोटे व्यवसायों और शिक्षा, स्वास्थ्य सेवा और कृषि जैसे क्षेत्रों में AI-संचालित सेवाएं प्रदान करेगी। इसके अलावा AI कार्यबल को एडवांस बनाने में निवेश करेगी।
डाटा सेंटर
शुरू हो गया डाटा का पहला चरण
मॉर्गन स्टेनली की रिपोर्ट में कहा गया है, "हमारा अनुमान है कि रिलायंस 1 गीगावाट डाटासेंटर विकसित करने के लिए AI इंफ्रास्ट्रक्चर पर लगभग 12-15 अरब डॉलर खर्च करेगा, जिसमें लगभग 25 फीसदी क्षमता का वहन स्वयं करेगी।" उम्मीद है कि शेष क्षमता हाइपरस्केलर्स और LLM प्रदाताओं को डाटासेंटर-एज-अ-सर्विस के रूप में पट्टे पर दी जाएगी। कंपनी के सबसे बड़े डाटा सेंटर का पहला चरण गुजरात के जामनगर में पहले से ही चल रहा है।