50 करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स के फोन नंबर टेलीग्राम पर लीक
सोशल मीडिया साइट फेसबुक का रिकॉर्ड यूजर्स के डाटा को सुरक्षित रखने के मामले में अच्छा नहीं है और एकबार फिर करोड़ों यूजर्स का डाटा लीक हुआ है। मदरबोर्ड की रिपोर्ट में कहा गया है कि 50 करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स के फोन नंबर एक टेलीग्राम बॉट की मदद से ऑनलाइन बेचे जा रहे हैं। सिक्योरिटी रिसर्चर एलॉन गैल ने अपने ट्विटर अकाउंट से इस डाटा लीक की जानकारी दी और इससे जुड़े खतरे के बारे में बताया है।
कोई भी ऐक्सेस कर सकता था फोन नंबर
गैल का कहना है कि टेलीग्राम बॉट इस्तेमाल करने वाला यूजर साल 2020 में रिपोर्ट की गई एक खामी का फायदा उठा रहा है। इस खामी के चलते अलग-अलग देशों के यूजर्स के फेसबुक अकाउंट्स से लिंक फोन नंबर पता लगाए जा सकते थे, हालांकि इसे अब फिक्स कर दिया गया है। संभव है कि इसी खामी के चलते यूजर्स के अकाउंट्स और उनसे जुड़े फोन नंबरों का डाटाबेस तैयार किया गया हो, जिसे अब टेलीग्राम बॉट बेच रहा है।
ट्विटर पर दी जानकारी
लाखों भारतीय यूजर्स के नंबर शामिल
टेलीग्राम बॉट की ओर से बेचा जा रहा डाटा साल 2019 का है, लेकिन इससे खास फर्क नहीं पड़ता क्योंकि ज्यादातर यूजर्स अपने फोन नंबर हर साल नहीं बदलते। ऐसे में बॉट की ओर से बेचे जा रहे फोन नंबरों का आसानी से गलत इस्तेमाल किया जा सकता है। सिक्योरिटी रिसर्चर का दावा है कि 100 से ज्यादा देशों के यूजर्स के फोन नंबर लीक डाटाबेस में शामिल हैं। लीक्स में 61,62,450 भारतीय यूजर्स के फोन नंबर भी शामिल हैं।
नंबर से फेसबुक अकाउंट तक पहुंचना संभव
मदरबोर्ड के मुताबिक, अगर किसी के पास फेसबुक यूजर का फोन नंबर हो तो उसके अकाउंट तक आसानी से पहुंचा जा सकता है। हालांकि, जानकारी के बदले टेलीग्राम बॉट को भुगतान करना होगा। टेलीग्राम बॉट बनाने वाला यूजर फेसबुक ID के बदले 20 डॉलर (करीब 1,460 रुपये) मांग रहा है। इसके अलावा एकसाथ ढेरों यूजर्स का डाटा खरीदना हो तो 10,000 क्रेडिट्स 5,000 डॉलर (करीब 3,65,160 रुपये) में खरीदे जा सकते हैं।
यूजर्स प्राइवेसी के लिए बड़ा खतरा
रिसर्चर गैल ने इसे यूजर्स की प्राइवेसी के लिहाज से बड़ा खतरा माना है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले यह मामला सामने आने पर इसपर ज्यादा ध्यान नहीं दिया गया और आज इतना बड़ा डाटाबेस लीक हो चुका है। रिसर्चर ने मदरबोर्ड को बताया कि इतने लीक्ड नंबरों की मदद से कोई अटैकर स्मिशिंग और कॉलिंग फ्रॉड कर सकता है और फेसबुक को यूजर्स को इस लीक के बारे में जानकारी देनी चाहिए।
पहले भी सामने आए ऐसे मामले
यह पहली बार नहीं है, जब इतनी बड़ी संख्या में फेसबुक यूजर्स के फोन नंबर ऑनलाइन लीक हुए हैं। फेसबुक बेशक यूजर्स डाटा को सुरक्षित रखने का दावा करती हो, लेकिन बार-बार डाटा लीक से जुड़ी रिपोर्ट्स सामने आती रहती हैं। साल 2019 में भी 41.9 करोड़ फेसबुक यूजर्स के फोन नंबर एक असुरक्षित सर्वर पर मिले थे और कंपनी ने गलती मानते हुए बाद में उसे फिक्स कर दिया था।