ऑनलाइन लीक हुआ 10 लाख से ज्यादा क्लबहाउस यूजर्स का डाटा- रिपोर्ट
ऑडियो ओनली चैटिंग ऐप क्लबहाउस ऐप बीते दिनों तेजी से लोकप्रिय हुई है और इसके 60 लाख से ज्यादा यूजर्स हो चुके हैं। अब सामने आया है कि क्लबहाउस ऐप इस्तेमाल करने वाले 10 लाख से ज्यादा यूजर्स का पर्सनल डाटा ऑनलाइन लीक हो गया है। रिपोर्ट के मुताबिक, लीक हुए यूजर्स डाटा में सोशल मीडिया प्रोफाइल नेम्स, यूजर ID, फोटो URL, ट्विटर हैंडल, फॉलोअर्स की संख्या, अकाउंट बनाने की डेट, इनवाइटेड बाय यूजरनेम और दूसरे डीटेल्स शामिल हैं।
लीक्ड डाटा में सेंसिटिव जानकारी शामिल नहीं
क्लबहाउस ऐप यूजर्स का डाटा लीक होने के बात साइबर न्यूज की रिपोर्ट में सामने आई है। रिपोर्ट के मुताबिक, करीब 13 लाख क्लबहाउस यूजर्स इस डाटा लीक का शिकार हुए हैं। हालांकि, इस बात पर जोर दिया गया है कि लीक हुई जानकारी में क्रेडिट कार्ड डीटेल्स या लीगल डॉक्यूमेंट्स जैसी सेंसिटिव जानकारी शामिल नहीं है। यूजर्स का लीक हुआ ज्यादातर डाटा पब्लिक प्लेटफॉर्म्स पर पहले ही उपलब्ध था, जिसे स्क्रैप कर शेयर किया गया है।
फिशिंग अटैक्स कर सकते हैं साइबर क्रिमिनल्स
लाखों यूजर्स के डाटा वाला पूरा SQL डाटाबेस लीक हुआ है और इसका फायदा साइबरक्रिमिन्स को मिल सकता है। इस डाटा की मदद से क्रिमिनल्स फिशिंग या दूसरी तरह के सोशल इंजीनियरिंग अटैक्स कर सकते हैं। रिपोर्ट में कहा गया है कि डाटा के साथ यूजर्स के क्लबहाउस प्रोफाइल का पासवर्ड बदलने की कोशिश की जा सकती है। फिलहाल डाटा लीक से जुड़ी रिपोर्ट के जवाब में क्लबहाउस ऐप की ओर से कुछ नहीं कहा गया है।
चुराई जा सकती है यूजर्स की पहचान
रिपोर्ट में कहा गया है, "अटैकर्स चाहें तो लीक्ड SQL डाटाबेस से मिलने वाली यूजर्स की पर्सनल जानकारी को दूसरे डाटा लीक्स के साथ मिलाकर विक्टिम्स का डीटेल्ड प्रोफाइल तैयार कर सकते हैं। इस तरह का प्रोफाइल सामने होने पर साइबर क्रिमिनल्स आसानी से बेहतर फिशिंग और सोशल इंजीनियरिंग अटैक्स कर सकते हैं।" क्रिमिनल्स का अगला कदम ऐसे यूजर्स की पहचान चोरी करना भी हो सकता है, जिनका प्रोफाइल डाटा हैकर्स फोरम पर शेयर किया गया है।
फौरन बदल दें क्लबहाउस पासवर्ड
अगर आपके आईफोन में क्लबहाउस ऐप इंस्टॉल है और आप ऐक्टिव यूजर हैं तो अनजान लोगों से आने वाले मेसेजेस और कनेक्शन रिक्वेस्ट को लेकर सतर्क रहें। यूजर्स को फौरन क्लबहाउस अकाउंट का पासवर्ड बदलने की सलाह भी दी जाती है। अगर किसी दूसरे अकाउंट में भी यह पासवर्ड इस्तेमाल किया हो, तो उसे भी बदल दें। इसके अलावा अकाउंट पर टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन इनेबल करना अटैकर्स से बचे रहने का एक कारगर तरीका साबित हो सकता है।
फेसबुक और लिंक्डइन भी लीक का शिकार
बीते दिनों सामने आया कि 53 करोड़ से ज्यादा फेसबुक यूजर्स का डाटा ऑनलाइन उपलब्ध है। यह डाटा साल 2019 में हुए बड़े लीक से जुड़ा माना जा रहा है। वहीं, माइक्रोसॉफ्ट के सोशल प्लेटफॉर्म लिंक्डइन के भी करोड़ों यूजर्स का डाटा डार्क वेब पर लीक हो गया है। एक के बाद एक अलग-अलग प्लेटफॉर्म्स पर डाटा लीक्स के मामले सामने आ रहे हैं और इसका फायदा अटैकर्स को मिल सकता है।