वेदांता चेयरमैन ने कहा- 2.5 वर्ष में तैयार हो जाएगी हमारी भारत में बनी चिप
वेदांता ग्रुप के चेयरमैन अनिल अग्रवाल ने सेमीकॉन इंडिया 2023 कार्यक्रम में कहा, "2.5 साल में हम आपको वेदांता निर्मित 'मेड इन इंडिया' चिप देंगे।" उन्होंने कहा कि सेमीकंडक्टर के कुल 1.64 लाख करोड़ के प्रोजेक्ट में पहले चरण में लगभग 40,000 करोड़ रुपये निवेश किया जाएगा। रिपोर्ट के मुताबिक, फाउंड्री बनाने के लिए वेदांता चिप मैन्युफैक्चरिंग, पैकेजिंग और डिजाइन के लिए 3 कंपनियों से साझेदारी के लिए बात कर रही है।
वेदांता और फॉक्सकॉन की राह हुई अलग
इससे पहले वेदांता और फॉक्सकॉन के साथ मिलकर सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने की योजना थी, लेकिन दोनों में बात नहीं बनीं और दोनों कंपनियों ने चिप-निर्माण के लिए अलग-अलग आवेदन करने का निर्णय लिया है।
सेमीकंडक्टर फैसेलिटी के लिए दी जाएगी 50 प्रतिशत वित्तीय मदद- प्रधानमंत्री
सेमीकॉन इंडिया 2023 सम्मेलन के उद्घाटन के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी कंपनियों को देश में सेमीकंडक्टर फैसेलिटी स्थापित करने के लिए 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता दी जाएगी। उन्होंने घोषणा की कि सरकार ने सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए रेड कार्पेट बिछा दिया है और भारत सेमीकंडक्टर क्षेत्र में निवेश के लिए एक ग्रैंड कंडक्टर बन रहा है। उन्होंने कहा कि दुनिया को एक विश्वसनीय चिप सप्लाई चेन की जरूरत है।
सेमीकंडक्टर डिजाइन पर पाठ्यक्रम के लिए चिन्हित हुए 300 कॉलेज
मोदी ने यह भी कहा कि सेमीकंडक्टर डिजाइन पर पाठ्यक्रम शुरू करने के लिए भारत में 300 कॉलेजों की पहचान की गई है। इससे साफ है कि आने वाले समय में भारत में चिप डिजाइनिंग की पढ़ाई भी शुरू होगी।
मोदी से मिले फॉक्सकॉन के चेयरमैन
सेमीकॉन इंडिया 2023 में विभिन्न कंपनियों के साथ ही उनके चेयरमैन और अन्य अधिकारियों ने भी हिस्सा लिया। इस कार्यक्रम में ऐपल की बड़ी सप्लायर कंपनियों में से एक फॉक्सकॉन के चेयरमैन यांग लियू भी शामिल हुए और उन्होंने गुजरात के गांधीनगर में मोदी से मुलाकात भी की। मोदी ने भारत में सेमीकंडक्टर और चिप मैन्युफैक्चरिंग क्षमता के विस्तार करने की फॉक्सकॉन की योजनाओं का स्वागत किया। ये जानकारी न्यूज एजेंसी ANI ने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के हवाले से दी।
AMD ने की 3,000 करोड़ रुपये के निवेश की घोषणा
वार्षिक सेमीकंडक्टर सम्मलेन में एक अन्य दिग्गज प्रोसेसर और ग्राफिक्स कार्ड निर्माता कंपनी AMD के CTO मार्क पेपरमास्टर ने भी बड़ी घोषणा की है। उन्होंने कहा कि AMD की भारत में लगभग 3,000 करोड़ रुपये के निवेश की योजना बनाई है। कंपनी अगले 5 वर्षों में इस निवेश के जरिए बेंगलुरू में अपनी सबसे बड़ी रिसर्च एंड डेवलपमेंट (R&D) फेसिलिटी स्थापित करेगी। रिपोर्ट के मुताबिक, AMD इस साल के अंत तक अपने डिजाइन सेंटर की शुरुआत कर देगी।
भारत बनना चाहता है सेमीकंडक्टर हब
भारत वैश्विक स्तर पर सेमीकंडक्टर का अगला बड़ा केंद्र बनना चाहता है। वर्ष 2021 में केंद्र सरकार ने चिप निर्माताओं को देश में स्थानीय फैसिलिटी स्थापित करने के लिए आकर्षित करने का प्रयास किया और इसके लिए लगभग 82,000 करोड़ रुपये के इंसेंटिव प्रोग्राम की घोषणा की, लेकिन इस प्रोग्राम में कंपनियों ने ज्यादा रुचि नहीं दिखाई। हालांकि, अब प्रधानमंत्री ने 50 प्रतिशत वित्तीय सहायता देने की बात कही है।
सेमीकंडक्टर का क्या है इस्तेमाल?
सेमीकंडक्टर चिप किसी न किसी तरह से अधिकतर लोगों के जीवन का हिस्सा बन गए हैं। कार, फ्रिज से लेकर मोबाइल, माइक्रोवेव सहित कई अन्य डिवाइसों में इनका इस्तेमाल होता है। कंप्यूटर और लैपटॉप से लेकर डाटा सेंटर तक विभिन्न उपकरणों में इन चिप का इस्तेमाल होता है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) के विकास के साथ इनके डाटा और ट्रेनिंग सेंटर के सेटअप के लिए भी चिप की मांग बढ़ी है।